दरअसल पकड़े गए दोनो आरोपी खुद को आदित्य दीक्षित खुद को दिल्ली में गृह मंत्रालय के साइबर अपराध डिपार्टमेंट का हेड और अखिलेश आदित्य का पीआरओ बनकर नोएडा में कई दिन से यहां वहीं घूम रहे हैं। इस बीच 27 और 28 जून को सेक्टर 126 स्थित कृष्णा लिविंग होटल में रुम बुक करा कर रुक गए। इस दौरान दोनों होटल में अपना रौब दिखा कर मुफ्त में खाना खा रहे थे।
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हद तो तब हो गई जब दोनों ने होटल स्टाफ पर फ्री में अपनी कार में फ्यूल टैंक फुल करवाने के लिए दबाव बनाने लगे। दोनों ठगों ने होटल के कर्मचारियों से गाली गलौच भी की और अपना रुतबा दिखा कर धमकी भी दी। लेकिन उनके इस बर्ताव को देखकर होटल मैनेजर ने पुलिस को सूचना दे दी। मौके पर पहुंची थाना एक्सप्रेस वे पुलिस ने जब दोनों से पूछताछ की तो उनका भंडा फोड़ गया। फिलहाल पुलिस ने इन दोनों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया है और आरोपितों से पूछताछ की जा रही है।
वहीं पुलिस ने बताया कि फर्जी आइपीएस का नाम आदित्य दीक्षित बताया जा रहा है जोकि हाथरस जिले के थाना सिकंदराराऊ का रहने वाला है। जबकि फर्जी पीआरओ का नाम अखिलेश है जो कि ग्राम शिवपुरी थाना किशनी जिला इटावा का रहने वाला है।