नोएडा के सेक्टर-5 स्थित हरौला गांव में सैकड़ों किसान एकत्र हुए और नोएडा प्राधिकरण के खिलाफ आगे आंदोलन तेज करने के लिए रणनीति बनाई। पंचायत में एकत्र हुए किसानों का कहना है कि किसानों के बचे हुए मुआवजे और किसानों के बचे हुए भूखंडों को उसी हालत में छोड़ा जाए। इसके साथ ही उन्होंने मांग की कि जिन कंपनियों के लिए किसानों की जमीन ली जा रही हैं, उन कंपनियों में उनके बच्चों को नौकरी दी जानी चाहिए। इसको लेकर किसानों ने अपनी मांगे मनवाने के लिए आगामी दिनों में प्राधिकरण के घेराव की रणनीति भी बनाई।
यह भी पढ़ें- अयोध्या की रामलीला का साधु संतों ने किया विरोध, 17 को सीएम योगी से करेंगे मुलाकात बता दें कि किसान एक सितंबर से हरौला गांव के बारात घर में धरना दे रहे हैं। पांच दिन पहले नोएडा प्राधिकरण के चेयरमैन ने किसानों के साथ बैठक की थी, लेकिन कोई सहमति नहीं बन सकी थी। किसानों ने विचार कर अपना निर्णय सुनाने के लिए कहा था। लेकिन, किसानों ने अभी तक कोई जवाब प्राधिकरण के अधिकारियों को नहीं दिया है। आगे की रणनीति क्या होगी, इस पर फैसला लेने को लेकर महापंचायत बुलाई गई थी, लेकिन बारिश के कारण अटकाव आ गया। आंदोलन की अगुवाई कर रहे सुखबीर पहलवान ने कहा कि प्राधिकरण अधिकारियों को मांगें मानने के लिए 24 घंटे का अल्टीमेटम दिया गया है।