scriptजेल में पांच बंदियों ने प्लाज्मा दान कर पेश की मिसाल | Five prisoners detained in district jail donated plasma | Patrika News

जेल में पांच बंदियों ने प्लाज्मा दान कर पेश की मिसाल

locationनोएडाPublished: Sep 23, 2020 12:32:48 pm

Submitted by:

lokesh verma

Highlights
– गौतमबुद्धनगर के लुक्सर स्थित जिला कारागार में लगाया गया शिविर
– पुलिस आयुक्त आलोक सिंह, एसीपी लव कुमार और डीसीपी आरके सिंह ने किया शिविर का शुभारंभ
– प्लाज्मा दान करने वाले बंदियों को डॉ. राकेश गुप्ता ने गौरव पत्र और उपहार भेंट किया

noida.jpg
ग्रेटर नोएडा. कोविड-19 को परास्त करने के लिए हर कोई अपने स्तर से प्रयास कर रहा है। ऐसा ही प्रयास गौतमबुद्धनगर के लुक्सर स्थित जिला कारागार में किया गया। जहां प्लाज्मा डोनेशन शिविर का आयोजन किया गया। इसमें पांच बंदियों ने प्लाज्मा दान कर समाज को सकारात्मक संदेश देने का प्रयास किया। शिविर का शुभारंभ पुलिस आयुक्त आलोक सिंह, एसीपी लव कुमार और डीसीपी आरके सिंह ने किया।
यह भी पढ़ें- BJP विधायक बोले- लव जिहाद करने वालों को मिलेगी फांसी, सरकार जल्द बनाने जा रही कानून

https://youtu.be/bDJn-UwCX-o
जिला कारागार में स्वैच्छिक रक्त और प्लाज्मा दान शिविर का अयोजन किया गया। जिसमे कोविड-19 को मात दे चुके पांच बंदियों निशांत, सुशील, विजय शर्मा, लवकुश और अनिकेत ने स्वेच्छा से प्लाज्मा दान किया। इस शिविर में ग्रेटर नोएडा स्थित राजकीय आयुर्विज्ञान संस्थान के निदेशक डॉ. राकेश गुप्ता की देखरेख में डाक्टरों और दूसरे मेडिकल स्टाफ ने शिविर में सेवाएं दीं। इनमें मुख्य रूप से डॉ. शालिनी शुक्ला, डॉ. शालिनी बहादुर, डॉ. तुषार पिलोनिया और डॉ. धीरज कुमार शामिल थे। प्लाज्मा डोनेशन शिविर में चिकित्सा अधिकारी डॉ. शिव शंकर सिंह, जेलर एके सिंह, जेलर सत्यप्रकाश, डिप्टी जेलर प्रदीप कुमार, उप जेलर श्रीचंद शर्मा, शिवशंकर गौतम आदि ने सहयोग किया।
जेल अधीक्षक विपिन कुमार मिश्र ने बताया कि शिविर में पुलिस अधीक्षक आलोक सिंह, जिम्स के निदेशक डॉ. राकेश गुप्ता और एसीपी लव कुमार ने बंदियों को कोविड-19 से बचाव के लिए प्रेरित किया। उन्होंने बंदियों को इस बात की जानकारी दी कि कैसे थोड़ी सी सावधानी से इस महामारी से बचा जा सकता है। उन्होंने कोविड को मात दे चुके बंदियों को इस बात के लिए भी प्रेरित किया उनके प्लाज्मा से कोरोना संक्रमण से पीड़ित व्यक्ति का उपचार हो सकता है। बाद में प्लाज्मा दान करने वाले बंदियों को डॉ. राकेश गुप्ता ने गौरव पत्र और उपहार भेंट किया।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो