scriptमेंटेनेंस शुल्क बढ़ोत्तरी के विराेध में सड़कों पर उतरे गौर सिटी के परिवार, जाेरदार प्रदर्शन | Gaur City families took to the streets in protest of the maintenance | Patrika News

मेंटेनेंस शुल्क बढ़ोत्तरी के विराेध में सड़कों पर उतरे गौर सिटी के परिवार, जाेरदार प्रदर्शन

locationनोएडाPublished: Sep 21, 2020 09:26:15 pm

Submitted by:

shivmani tyagi

नाेएडा गौर सिटी के परिवारों ने अब बिल्डर के खिलाफ माेर्चा खाेल दिया है। बिल्डर ने यहां मेंटीनेंस शुल्क में बढ़ोत्तरी का नाेटिस दिया तो सोसाइटी में रहने वाले परिवार सड़कों पर उतर आए।

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ग्रेटर नोएडा। वेस्ट में स्थित गौर सिटी के एवेन्यू-1 से लेकर एवेन्यू-6 में रहने वाले परिवारों ने मेंटेनेंस शुल्क में की गई 60% की बढ़ोतरी के विराेध में माेर्चा खाेल दिया है। सड़क पर उतरे इन परिवारों ने जाेरदार प्रदर्शन किया। साफ कहा कि, यह बढ़ोतरी नाजायज है क्योंकि 2018 के मार्च महीने में बिल्डर के साथ 51 फीसद निवासियों की सहमति के बाद रखरखाव शुल्क न बढ़ाने का लिखित आश्वासन दिया गया लेकिन बिल्डर अपनी मनमानी पर आया है और करोना काल में जब लोग आर्थिक संकट से जूझ रहे हैं ऐसे में मेंटेनेंस शुल्क बढाना उचित नहीं है।
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प्रदर्शन कर रहे परिवारों ने कहा कि, सोसाइटी में उन्हें पूरी सुविधाएं नहीं मिल रही हैं। जगह-जगह बेसमेंट में लीकेज है। आए दिन बिजली का प्लास्टर गिरता रहता है और कुछ महीने से सिक्योरिटी कम कर दी है। करोना जैसे महामारी के कार्यकाल में इस तरह की मेंटेनेंस शुल्क बढ़ाेत्तरी उन्हें मंजूर नहीं है। प्रदर्शनकारियों ने यह भी कहा कि, उन्हाेंने जिलाधिकारी और पुलिस अफसरों के साथ-साथ प्राधिकरण से भी शिकायत की लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई जिस कारण उन्हे अब प्रदर्शन करने के लिए मजबूर हाेना पड़ा। यहीं रहने वाली अनिता प्रजापति ने बताया कि मेंटिनेंस के नाम पर अब तक बिल्डर प्रबंधन 1.25 रुपये प्रति वर्ग फीट लेता था लेकिन अब बिल्डर ने एक अक्टूबर से इसे बढ़ाकर दो रुपये करने का नोटिस सभी टॉवरों के नोटिस बोर्ड पर चस्पा कर दिया है।
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इसी साेसाइटी में रहने वाले रंजीत सिंह ने बताया कि ढाई साल पहले मार्च 2018 में भी बिल्डर ने रखरखाव शुल्क बढ़ाने की कोशिश की थी। उस दौरान प्रदर्शन करने के बाद बिल्डर ने 51 फीसद निवासियों की सहमति के बाद रखरखाव शुल्क न बढ़ाने का लिखित आश्वासन दिया था, लेकिन बिल्डर अब उस लिखित पत्र को मानने के लिए तैयार नहीं है।
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