प्रदर्शन कर रहे परिवारों ने कहा कि, सोसाइटी में उन्हें पूरी सुविधाएं नहीं मिल रही हैं। जगह-जगह बेसमेंट में लीकेज है। आए दिन बिजली का प्लास्टर गिरता रहता है और कुछ महीने से सिक्योरिटी कम कर दी है। करोना जैसे महामारी के कार्यकाल में इस तरह की मेंटेनेंस शुल्क बढ़ाेत्तरी उन्हें मंजूर नहीं है। प्रदर्शनकारियों ने यह भी कहा कि, उन्हाेंने जिलाधिकारी और पुलिस अफसरों के साथ-साथ प्राधिकरण से भी शिकायत की लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई जिस कारण उन्हे अब प्रदर्शन करने के लिए मजबूर हाेना पड़ा। यहीं रहने वाली अनिता प्रजापति ने बताया कि मेंटिनेंस के नाम पर अब तक बिल्डर प्रबंधन 1.25 रुपये प्रति वर्ग फीट लेता था लेकिन अब बिल्डर ने एक अक्टूबर से इसे बढ़ाकर दो रुपये करने का नोटिस सभी टॉवरों के नोटिस बोर्ड पर चस्पा कर दिया है।
इसी साेसाइटी में रहने वाले रंजीत सिंह ने बताया कि ढाई साल पहले मार्च 2018 में भी बिल्डर ने रखरखाव शुल्क बढ़ाने की कोशिश की थी। उस दौरान प्रदर्शन करने के बाद बिल्डर ने 51 फीसद निवासियों की सहमति के बाद रखरखाव शुल्क न बढ़ाने का लिखित आश्वासन दिया था, लेकिन बिल्डर अब उस लिखित पत्र को मानने के लिए तैयार नहीं है।