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इमरजेंसी नंबर लिस्ट में अचानक सेव हुआ ये नंबर, चेक करें अपना मोबाइल

locationनोएडाPublished: Aug 04, 2018 12:56:28 pm

Submitted by:

Ashutosh Pathak

विवाद बढ़ने के बाद गूगल ने ली इसकी UIDAI नंबर सेव होने की जिम्मेदारी

uidai

एमरजेंसी नंबर लिस्ट में अचानक सेव हुआ ये नंबर, चेक करें अपना मोबाइल

नोएडा। बीते दो दिनों से देश में बड़े पैमाने पर स्मार्ट फोन यूजर्स के फोन में ऑटोमेटिक नंबर सेव हो जाने से लोग हैरान हैं। इसे लेकर पूरे देश में एक बहस छिड़ गई है एक बार फिर आधार कार्ड की विश्वसनीयता पर सवाल खड़े होने लगे हैं। नोएडा,गाजियाबाद में भी कई लोगों के मोबाइल फोन में uidai नंबर सेव होने का मामला सामने आया है। कई मामलों को सामने आने के बाद यूआईडीएआई ने जो बयान जारी किया है वो हैरान करने वाला रहा। यूआईडीएआई ने साफ कह दिया कि इसमें कंपनी की कोई भूमिका नहीं है ना ही दूरसंचार कंपनियों की। जिसेक बाद देश में हजारों स्मार्टफोन यूजर्स शुक्रवार को हक्के-बक्के रह गए। हालाकि अब विवाद बढ़ने के बाद अब गूगल ने इसकी जिम्मेदारी ले ली है।
नोएडा के रहने वाले कई लोग उस वक्त हैरान रह गए जब यूआईडीएआई का टोल-फ्री हेल्पलाइन नंबर उनके फोन बुक में खुद से सेव हो गया है। इसके बाद तो सोशल मीडिया पर इस तरह के तमाम मामले सामने आने लगे। अब इस मामले में एक नया मोड़ आ गया है, एंड्रॉइड ऑपरेटिंग सिस्टम बनाने वाली कंपनी गूगल ने इसकी जिम्मेदारी ले ली है। गूगल ने बताया की उसकी गलती की वजह से एंड्रॉइड यूजर्स के स्मार्टफोन्स में यह टोल फ्री नंबर सेव हो गया है।
इसके लिए गूगल ने लिखित में बयान जारी कर तर्क दिया है कि लोगों के फोन में जो नंबर सेव हो रखे हैं, उसमें भारत या भारत के किसी अथॉरिटी का कोई लेना देना नहीं है। यह एक सॉफ्टवेयर इश्यू की वजह से है। गूगल ने कहा कि इस नंबर को साल 2014 में स्मार्टफोन बनाने वाली कंपनियों को दिए जाने वाले शुरुआती सेटअप वाले प्रोग्राम में डाला गया था। क्योंकि ये नंबर किसी यूज़र की कॉन्टैक्ट लिस्ट में सेव होते हैं, इसलिए वे उनके नए डिवाइस के कॉन्टैक्ट्स में भी ट्रांसफर हो जाते हैं। इसके साथ ही उसने कहा है कि कुछ हफ्तों में इस नंबर को लोगों के फोन से हटा लिया जाएगा और आगे भी किसी एंड्रॉइड स्मार्टफोन में यह नबर ट्रांसफर होकर सेव न हो इसका ध्यान रखा जाएगा।
वहीं गूगल के जिम्मेदारी लेने से पहले UIDAI ने मामले की जांच कराने के बदले इसे जानबूझ कर भ्रम फैलाना बताया था। भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (यूआईडीएआई) ने कहा कि कुछ निहित हितों के कारण जानबूझकर जनता में भ्रम फैलाने की कोशिश की जा रही है और प्राधिकरण ने स्पष्ट किया कि उसने किसी निर्माता या दूरसंचार सेवा प्रदाता से ऐसी सुविधा प्रदान करने के लिए नहीं कहा है। इसके साथ ही UIDAI ने बताया कि एंड्राएड फोन के कॉन्‍टेक्‍ट लिस्‍ट में पहले से उपलब्‍ध नंबर 1800-300-1947 नंबर गलत है। UIDAI ने बयान जारी कर कहा है कि उसने किसी भी फोन ऑपरेटर या निर्माता को ऐसी इजाज़त नहीं दी है।
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