राकेश टिकैत का कहना है एकाएक दिल्ली में जिस तरह से लॉकडाउन की घोषणा की गई है। इससे दूरदराज के वह लोग जो यहां रह कर अपने परिवार का लालन पालन कर रहे हैं, उन्हें काफी परेशानी का सामना करना पड़ेगा। इसलिए दूरदराज के लोगों ने अपने गंतव्य पर जाना शुरू कर दिया है। जिसके कारण रेलवे स्टेशन और बस डिपो पर बड़ी भीड़ एकत्र हो गई है। ऐसे लोगों को आज किसान यूनियन के लोगों ने धरना स्थल पर चल रही रसोई में बने खाने के हजारों की संख्या में खाने के पैकेट बनवा कर भिजवाए हैं।
उन्होंने कहा कि किसान को हमेशा अन्नदाता कहा जाता है और ऐसे लोगों को खाना मुहैया कराना किसानों का धर्म है। भले ही वह आज अपनी मांगों को लेकर धरने पर बैठे हुए हैं, लेकिन दूरदराज के लोगों को खाना मुहैया कराना उनका धर्म है। हजारों की संख्या में खाने के पैकेट बॉर्डर पर चल रही रसोई के अंदर तैयार किए गए हैं और आगे भी लगातार इन लोगों को भोजन पहुंचाया जाएगा।