खबर की खास बातें:—
1. एसएसपी ने जांच कर पकड़े थे चौकी इंजार्च समेत 15 आरोपी2. चौकी इंजार्च के साथ मिलकर पिछले 3 माह से चल रहा था धंधा3. करोड़पति अंकित ने सट्टे में उड़ा दी थी दौलत
हनी ट्रैप में हुआ बड़ा खुलासा, ऐसे हुआ अंकित करोड़पति से कंगाल और फिर महिलाओं के साथ करने लगा यह काम
नोएडा. सेक्टर-44 चौकी पर तैनात पुलिसकर्मियों से मिलीभगत कर हनी ट्रैप का धंधा चलाने के मामले में नए-नए खुलासे हो रहे है। सेक्टर-44 चौकी इंजार्च सुनील शर्मा से मिलकर हनी ट्रैप का धंधा चलाने वाले फरीदाबाद निवासी मास्टरमाइंड अंकित का काले कारोबार से पुराना नाता रहा है। अंकित ने कभी फरीदाबाद में पुलिस के साथ मिलकर काले कारोबार से करोड़ों रुपये की कमाई की। यह रकम उसने आईपीएल सट्टे में उड़ा दी।
सट्टे में फरीदाबाद स्थित उसका करोड़ों रुपये का घर बिक गया। अंकित को खाने के लाले पड़े तो उसने पत्नी के साथ नोएडा का रुख कर लिया। यहां अंकित की मुलाकात सेक्टर—44 चौकी प्रभारी सुनील शर्मा से हो गई। उस दौरान सुनील शर्मा नोएडा की विश टाउन चौकी प्रभारी थे। सुनील की छत्र छाया के चलते अंकित ने जेपी अस्पताल के सामने नारियल पानी बेचने की दुकान शुरू कर दी। उसके बाद सुनील सेक्टर-44 पर तैनाती मिली तो दोनों ने मिलकर हनी ट्रैप का धंधा शुरू कर दिया। धीरे—धीरे हनी ट्रैप का धंधा बढ़ा और कमाई लाखों में होने लगी। अंकित और सुनील ने अपने साथ अन्य लोगों को जोड़ लिया। इस धंधे में अन्य महिलाओं को भी अंकित ने शामिल कर लिया। इसमें चौकी पर तैनात अन्य पुलिसकर्मी भी शामिल हो गए।
मोटी रकम लगे वसूलने हनी ट्रैप के मामले में एक और पीड़ित सामने आया है। पुलिस को दी शिकायत में उसने आरोप लगाए हैै कि आरोपियों ने उनसे पांच लाख रुपये वसूले थे। पीड़ित की शिकायत पर सेक्टर-39 कोतवाली में दूसरा मामला दर्ज किया गया है। पीड़ित पैन कार्ड व अन्य डॉक्यूमेंट्स बनवाने का काम करता हैै। पीड़ित का कहना है कि 12 अप्रैल को एक महिला का फोन पैन कार्ड बनवाने के लिए आया था। महिला ने खुद का नाम विनीता बताया। 13 अप्रैल को वह महिला उनके ऑफिस आ गई। उसने तुरंत पैन कार्ड बनवाने के लिए कहा, जिससे वह नाराज हो गई और मारपीट करनी शुरू कर दी।
उन्होंने बताया कि कुछ देर बाद ही वह महिला सेक्टर-44 चौकी इंचार्ज सुनील शर्मा को लेकर उनके घर पहुंची और रेप का आरोप लगाया। चौकी इंजार्च ने उसे जेल भेजने की धमकी दी। बचाने के एवज में चौकी इंजार्च की तरफ से 10 लाख रुपये की मांग की गई। रुपये देने से इंकार किया तो बाद में चौकी में आरोपियों ने उनसे जबरदस्ती 5 लाख रुपये ले लिए।
तीन माह से चल रहा था धंधा, इन पुलिसकर्मियों की भी भूमिका संदिग्ध पुलिस अभी पूरे मामले की जांच में जुटी है। जांच अधिकारियों की माने तो इस मामले में अन्य पुलिसकर्मी भी शामिल हो सकते है। दरअसल, यह गोरखधंधा पिछले तीन माह से चल रहा था। थाना पुलिस को मामले की जांच न हो, यह बात भी हजम नहीं हो रही है।
बता दें कि 11 जून को एसएसपी वैभव कृष्णा ने सेक्टर-39 कोतवाली की सेक्टर—44 चौकी एरिया में हनी ट्रैप के धंधे का खुलासा किया था। महिला के जरिये ब्लैकमेल कर अवैध वसूली की जा रही थी। शिकायत पर एसएसपी वैभव कृष्ण ने जांच के बाद सेक्टर-44 चौकी पर छापा मारा। मौके से तीन पुलिस कांस्टेबल, तीन पीसीआर चालक, चौकी इंचार्ज के अलावा 15 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया।