बाजार में इन्वर्टर बैटरी की मैन्युफैक्चरिंग करने वाले विशेषज्ञों का कहना है कि बैटरी खरीदने या गारंटी लेने से ही काम खत्म नहीं हो जाता है। अगर हम इन्वर्टर की बैटरी का अच्छे से ख्याल रखेंगे तो हम उसे गारंटी पीरियड से भी ज्यादा इस्तेमाल कर सकते हैं। बैटरी को खराब होने से बचाने के लिए सबसे ज्यादा यह ध्यान रखना चाहिए कि उसमें पानी का लेवल कम न हो पाए। बैटरी में पानी का स्तर कम होने पर डिस्टिल वॉटर का इस्तेमाल करें। जो बैटरी के लाइफ को बरकरार रखने का कार्य करता है। यहां बता दें कि अगर आप बैटरी में सामान्य पानी डालेंगे तो वह जल्दी खराब हो सकती है। इसलिए कोशिश करें कि दो महीने बार वॉटर लेवल चेक करें और कम होने पर डिस्टिल वाटर जरूर डालें। डिस्टिल वाटर की 5 लीटर की बोतल बाजार में महज 20 से 30 रुपये में मिल जाती है।
नोएडा के बैटरी मैन्युफैक्चरर रियासत मलिक ने बताया कि बैटरी को अत्यधिक चार्ज करने से बचना चाहिए। उन्होंने बताया कि बैटरी में प्लेट्स होती हैं, जो अधिक चार्जिंग के कारण जल्दी खराब हो जाती हैं। इसलिए बैटरी जैसे ही फुल चार्ज हो जाए तो इन्वर्टर से चार्जिंग का स्विच बंद कर देना चाहिए। कई बार कम चार्ज होने पर भी बैटरी खराब हो जाती है। इसलिए चार्जिंग का विशेष ध्यान रखें। साथ ही बैटरी खरीदते समय बेचने वाले से डिटेल में जानकारी जरूर प्राप्त करें।
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Post Office Saving Scheme: 167 रुपये के निवेश पर मिलेंगे 41 लाख, हाई रिटर्न के साथ पैसा रहता है सेफ इन वजह से भी खराब होती है बैटरी रियासत मलिक कहते हैं कि यह जरूरी नहीं कि बैटरी डिस्टिल वाटर नहीं डालने या अधिक चार्ज करने से ही खराब होती है। वह बताते हैं कि ओवरलोड से भी बैटरी खराब होने का खतरा रहता है। इसलिए घर के लाेड को चेक जरूर करेें। यदि घर में अधिक वाट के बल्ब आदि लगे हैं तो उन्हें कम वाट की एलईडी में तब्दील करें। अनावश्यक जल रही लाइट को बंद करने की आदत डालें। ध्यान रखें कि बैटरी कभी भी अधिक नमी वाले स्थान पर न रखी हो। इसके साथ ही बैटरी केे टर्मिनल को भी समय-समय पर गर्म पानी से साफ करते रहें।