अरुण सिंह और पत्नी शशि कला के साथ नोएडा सेक्टर-22 में किराए के मकान में रहते थे। अरुण सेक्टर-62 में लेनेलिस गियर फैक्ट्री में इंजीनियर थे। वह नोएडा में आठ वर्ष से रह रहे थे और शादी के बाद पत्नी भी साथ रह रही थी। शादी के तीन साल बाद भी दोनों की कोई संतान नहीं है। एडीसीपी रणविजय ने बताया कि जांच में पता लगा कि कुछ दिन पूर्व अरुण के गले में खराश हुई थी। कई दिनों तक दिक्कत होने पर उन्होंने जांच कराई। उनके कई टेस्ट भी किए गए।
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चार माह पूर्व एक दूजे के हुए दंपति का कमरे में मिला शव,जांच में जुटी पुलिस रिपोर्ट देख अवसाद में आकर दे दी जान 25 अप्रैल को अरुण रिपोर्ट लेकर आए तो पता चला कि गले का कैंसर लास्ट स्टेज पर हैं। रिपोर्ट देखकर पति-पत्नी काफी दुखी हो गए। विभिन्न बातों को सोचकर वे अवसाद में आ गए और अपनी जीवन लीला समाप्त करने का निर्णय ले लिया। इसके बाद दोनों ने शुक्रवार को घर के पंखे से फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। पुलिस को घर की तलाशी के दौरान अब एक सुसाइड नोट मिला है, जिसमें पत्नी ने लिखा था कि पति को गले का लास्ट स्टेज का कैंसर है, जिसकी वजह से वह दोनों अपनी जान दे रहे हैं।
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गहनों से लदी महिला का प्लास्टिक के बोरे में मिला शव, पुलिस भी हैरान, जानिए क्या है पूरा मामला फोन नहीं उठा तो परिजनों पुलिस को दी सूचना एडीसीपी रणविजय ने बताया कि अरुण के परिवार वालों ने हाल-चाल जानने के लिए फोन मिलाया था, लेकिन फोन नहीं उठा। इसके बाद उन्होंने कंपनी वालों को फोन किया तो पता लगा कि अरुण काम पर नहीं आए हैं। कई बार फोन मिलाने पर अरुण से बात नहीं हो सकी तो मामले की सूचना पुलिस को दी गई। बताए गए पते पर जब पुलिस पहुंची तो दरवाजा अंदर से बंद मिला। दरवाजा खोलकर जब अंदर पहुंची तो दंपती के शव फंदे से लटके मिले।