घर बनवाने का सपना दिखाकर ग्राम प्रधान के भाई ने किया महिला से रेप जेपी ग्रुप के विशटाउन प्रोजेक्ट के एक निवेशक राघवेंद्र सिंह ने बताया कि उनके भाई राजेश जो कि टोरंटो में रहते हैं और उन्होंने जेपी के विशटाउन प्रोजेक्ट में 2013 में फ्लैट बुक कराया था। जिसकी पजेशन 2016 में दी जानी थी। लेकिन अभी तक उन्हें पजेशन नहीं मिली जबकि वह 90 फीसदी पैसा बिल्डर को दे चुके हैं। उन्होंने बताया कि उनके भाई रमेश ने उन्हें जानकारी दी की टोरंटो में रहने वाले जिन लोगों ने जेपी बिल्डर की किसी भी परियोजना में निवेश किया है वह सभी मिलकर इस हफ्ते भारतीय दूतावास के सामने प्रदर्शन करने वाले हैं।
राघवेंद्र ने बताया कि जेपी ग्रुप व अन्य बिल्डर्स के प्रोजेक्टों में निवेश करने वालों में सैकड़ों एनआरआई व ऐसे भारतीय शामिल हैं जो विदेश में रहते हैं। वह सभी लोग भी हमारी ही तरह अपने घर के लिए परेशान हैं और लगातार नोएडा व दिल्ली एनसीआर में रहने वाले अन्य निवेशकों के संपर्क में रहते हैं। उन्होंने बताया कि सभी शहरों और राज्यों समेत अब विदेशों में भी रहने वाले निवेशकों ने निर्णय लिया है कि वह सभी बिल्डर के खिलाफ प्रदर्शन कर विरोध जताएंगे।
मुजफ्फरनगर और औरेया की तरह यूपी के इस जिले में भी हो सकता है बड़ा रेल हादसा उल्लेखनीय है कि एनसीएलटी ने जेपी ग्रुप की जेपी इंफ्राटेक कंपनी को दिवालिया होने की प्रक्रिया में डाल दिया है। जिसके चलते गत 12 अगस्त को हजारों निवेशकों ने सेक्टर- 128 स्थित जेपी बिल्डर के दफ्तर पर प्रदर्शन किया था। वहीं 19 अगस्त को निवेशकों ने दिल्ली और मुंबई में भी प्रदर्शन किया था।