इस संबंध में जानकारी देते हुए जेपी के एक बायर्स प्रमोद ने बताया कि कई साल से हम लोग लगातार घर की मांग कर रहे हैं। जबकि बिल्डर सिर्फ झूठे आश्वासन ही देता आ रहा है। वहीं अब मामला सुप्रीम कोर्ट तक पहुंच गया है और अभी भी घर मिलने की किसी प्रकार की उम्मीद नहीं लग रही है। उन्होंने बताया कि आईडीबीआई का बिल्डर पर 700 करोड़ बकाया है जबकि हम बायर्स लोगों का बिल्डर पर करीब 14 हजार करोड़ रुपये फंसे हैं। लेकिन फिर भी बिल्डर आराम से घूम रहा है। हम लोगों ने सरकार व प्राधिकरण से भी कई बार घर दिलाने की मांग की और वहां से भी हमें सिर्फ आश्वासन ही मिला।
प्रमोद ने बताया कि अब हम लोगों को सरकार से किसी प्रकार की उम्मीद नहीं है। उन्होंने बताया कि बहुत ही मश्क्कत के बाद बिल्डर के खिलाफ 15 अगस्त को मामला दर्ज किया गया। लेकिन अभी तक भी बिल्डर के खिलाफ किसी तरह की कार्रवाई नहीं की गई। अब इसी के चलते हम लोग शनिवार को सेक्टर-14 स्थित पुलिस कंट्रोल रूप के बाहर बिल्डर की गिरफ्तारी के लिए प्रदर्शन करेंगे। उन्होंने बताया कि जेपी के अलग-अलग प्रोजेक्ट्स के करीब 2000 बायर्स इस दौरान यहां एकत्रित होंगे।
उल्लेखनीय है कि पिछले महीने एनसीएलटी द्वारा बिल्डर को दिवालिया प्रक्रिया में डाले जाने के बाद सैकड़ों बायर्स ने जेपी बिल्डर के दफ्तर पर जमकर बवाल काटा था। इस दौरान बायर्स को समझाने के लिए जेपी ग्रुप के एमडी मनोज गौड़ भी आए थे। लेकिन इस दौरान बायर्स और गौड़ के बीच जमकर धक्का-मुक्की भी हुई थी। यहां यह भी बता दें कि बायर्स को समझाने के लिए नोएडा विधायक पंकज सिंह से लेकर कई मंत्री भी आ चुके हैं। लेकिन बायर्स अपनी मांग पर अड़े हुए हैं।