पीड़ित के मुताबिक, नोएडा के एक शख्स ने बैंक में 1100 ग्राम सोने की जूलरी रखकर गोल्ड लोन लिया था। पीड़ित ने बताया कि बैंककर्मियों ने उनके सामने ही दो पैकेट में जूलरी सीलकर लॉकर में रखी थी। लोन की रकम चुकाने के दौरान उन्हें सील पर शक हुआ। उन्होंने बताया कि सील के साथ कुछ छेड़छाड़ की गई थी। पैकेट में रखी जूलरी की जांच कराई गई तो वह नकली निकली। उन्होंने बताया कि बैंक जूलरी की असली नकली होने की जांच करने के बाद ही गोल्ड लोन देता है। बैंक में रखे हुए पैकेट में नकली जूलरी निकलने से सख्ते में है।
यह पूरा मामला नोएडा के सेक्टर-27 स्थित को-ऑपरेटिव बैंक का है। पीड़ित की तहरीर पर कोतवाली सेक्टर-20 में बैंक के खिलाफ धोखाधड़ी व जालसाजी करने का मुकदमा पंजीकृत किया गया है। एसपी सिटी विनित जायसवाल ने बताया कि मुकदमा दर्ज करने के बाद को—आॅपरेटिव बैंक के खिलाफ जांच शुरू कर दी गई है। जल्द ही आरोपियों को जेेल भेजा जाएगा।