जानकारी के मुताबिक इस दौरान उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव 100 मीटर की स्प्रिंट दौड़ की तरह है। हमें यूपी में 2022 की तैयारी मैराथन की तर्ज पर करनी होगी। इसके लिए हमें ऐसे प्रत्याशी की जरूरत है जो लंबी लकीर खींच सकें। रात करीब साढ़े नौ बजे शुरू हुई बैठक में गाजियाबाद के कार्यकर्ता भी शामिल रहे। यहां सिंधिया ने पहले सभी स्थानीय नेता व कार्यकर्ताओं सवाल पूछे और फिर अपनी बात रखी।
बैठक में शामिल हुए एक कांग्रेसी नेता का कहना है कि इस बैठक में ज्योतिरादित्य सिंधिया ने लोकसभा चुनाव के लिए उपयुक्त उम्मीदवार के नाम भी पूछे। उन्होंने यहां पर बाहरी प्रत्याशी को टिकट देना कितना सही है इस पर भी राय कार्यकर्ताओं व नेताओं से मांगी। गौतमबुद्ध नगर में अभी तक ऐसा ही होता आया है।
कांग्रेसी नेता ने बताया कि इस दौरान पार्टी नेताओं ने 2009 व 2014 में प्रत्याशी रहे प्रफेसर रमेश चंद तोमर, जेवर से भाजपा विधायक धीरेंद्र सिंह और भाजपा में हाल ही में शामिल हुए डॉ. वी.एस. चौहान का नाम लिया। इसके अलावा बिना अनुमति अंदर आने पर बैठक में शामिल होने गए नोएडा के एक नेता को भी सिंधिया ने बाहर निकाल दिया। इस बैठक में कांग्रेस जिलाध्यक्ष डॉ. महेंद्र नागर, पीतांबर शर्मा, वीरेंद्र उर्फ गुड्डू, रामकुमार तंवर, लियाकत चौधरी, पवन शर्मा, कृपाराम शर्मा, रमेश चंद तुगलपुरिया आदि मौजूद थे।