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न सील है ना कोई बेरीकेटिंग, निठारी कांड की गवाह रही कोठी बनी अपराधियों का अड्डा, देखें वीडियो

locationनोएडाPublished: Sep 24, 2018 09:04:22 pm

Submitted by:

Rahul Chauhan

कोठी से चोरी हो चुके हैं सभी कीमती सामान। पुलिस ने नहीं की कोई कार्रवाई।

photo hindustan times

न सील है ना कोई बेरीकेटिंग, निठारी कांड की गवाह रही कोठी बनी अपराधियों का अड्डा, देखें वीडियो

नोएडा। निठारी कांड की गवाह रही डी-5 कोठी आज एक खंडहर में तब्दील हो चुकी है। इस कोठी को उत्तर प्रदेश पुलिस ने 2006 में सील कर दिया था, जब छोटे-छोटे 19 बच्चों के साथ बलात्कार और हत्या करने की बात उजागर हुई थी। लेकिन 12 साल से पुलिस के उदासहीन रवैये के कारण ये कोठी, चोरों और नशेड़ियों का अड्डा बन चुकी है। घर का समान यहां तक कि वहां लगे गेट और पुलिस के बेरीकेटिंग तक चोरी हो चुके हैं। जिसकी एफआईआर दर्ज़ है, लेकिन पुलिस ने इस मामले को अब तक ठंडे बस्ते में डाल रखा है। सोमवार को यह पाया गया कि इस बंग्ले के अंदर का सभी कीमती सामान भी गायब है। जिनमें एसी पंखे और टीवी शामिल हैं। इससे पहले पिछले साल बंग्ले का मुख्य द्वार भी चोरी हो गया था। इसके अलावा बंग्ले के ग्राउंड फ्लोर का गेट भी गायब हो चुका है।
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पेड़ों के झुरमुट के पीछे दफन हो चुकी निठारी कांड की गवाह रही डी-5 कोठी को लोग आज डरावनी कोठी, प्रेतवाधित घर और खंडहर के नाम से पुकारते हैं। इस कोठी को मनिंदर सिंह पंधेर ने बनवाया था। लेकिन 29 दिसम्बर 2006 को आज से 12 साल पहले इस कोठी में छोटे-छोटे 19 बच्चों के साथ बलात्कार और हत्या करने की बात उजागर हुई थी। पुलिस ने इस मामले में कर्रवाई करते हुए मनिंदर सिंह पंधेर और उनके नौकर सुरेंद्र कोली को गिरफ्तार करने के बाद इस कोठी को सील कर दिया था।
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सरकारी दस्तावेजों के अनुसार कोठी को उत्तर प्रदेश पुलिस ने 2006 में सील कर दिया था। इसके बाद कुछ समय तक इस पर पुलिस की निगरानी रही, लेकिन फिर पुलिस का रवैया उदासीन हो गया और लोगों का कहना है कि ये अब चोरों, नशेड़ियों अड्डा बन गई है। मनिंदर सिंह पंधेर की पत्नी की शिकायत पर कोठी से सामान चोरी होने की एफआईआर दर्ज़ कराई गई। लेकिन पुलिस ने इस मामले को अब तक ठंडे बस्ते में डाल रखा है। इसके अलावा 2014 में यहां आग भी लगी थी तब यह बात चर्चा में आई थी कि कुछ नशेड़ी और ड्रग एडिक्ट लोगों ने कोठी के अंदर का सामान चोरी कर बेच दिया है। लेकिन इस मामले में अभी तक पुलिस की कोई कार्रवाई नहीं हुई है। आज कोठी की ये दशा है कि यहां पर न सील है और ना ही कोई बेरीकेटिंग, जो था वो सब गायब हो चुका है। आसपास खेल रहे बच्चे आज भी इसे भुतिया कोठी मानते हैं और इससे दूर रहना ही पसंद करते हैं।
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सूत्र बताते हैं मनिंदर सिंह पंधेर के बेटे करण ने अदालत से कोठी को वापस करने की मांग की है। कोर्ट ने इस मामले में डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट को जवाब देने को कहा था। डीएम ने जिसके जवाब में कहा था कि यदि कोठी पंधेर के परिजनों को सौंपी जाएगी तो यहां कानून व्यवस्था की समस्या पैदा हो जाएगी। यह प्रॉपर्टी इस समय सरकार के पास है। इसके बावजूद इसके रखरखाव के लिए कुछ भी नहीं किया जा रहा है। प्रॉपर्टी डीलर के मुताबिक 5 बैडरूम की इस कोठी की कीमत आज 7 करोड़ से ऊपर है।
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