सेक्टर 15 स्थित संवाददाता सम्मेलन में नोएडा लोकमंच के चेयरमैन योगेंद्र नारायण, महासचिव महेश सक्सेना और बीडी सिन्हा ने कहा कि दुनिया में रंगमंच का इतिहास उतना पुराना है जितना कि मानव सभ्यता में संप्रेषण का इतिहास है। भारत रंगमंच की महान परंपरा की धरती है। यह नाट्यशास्त्र की धरती है। राजधानी दिल्ली में कई नाट्य संस्थान और थियेटर है, लेकिन राजधानी से सटे होने के वावजूद नोएडा इस विधा से अछूता है। इसकी वजह से सात दिवसीय नोएडा लोकमंच नाट्य महोत्सव का आयोजन नोएडा के इतिहास में पहली बार किया जा रहा है।
उन्होने कहा कि इस नाट्य महोत्सव में ना केवल दर्शकों को आकर्षित करने वाले नाटक होंगे बल्कि नोएडा के लगभग 60 स्कूल का इस नाट्य महोत्सव से जुड़ना, इसे नया आयाम प्रदान करेगा। इन 60 स्कूलों की पहले अंतर स्कूल नाट्य प्रतियोगिता होगी, जो चार अलग-अलग वर्गों में आयोजित किया जा रही है। यह वर्ग है सरकारी स्कूल, एनजीओ के स्कूल, सेमी पब्लिक स्कूल और पब्लिक स्कूल। इन चारों वर्गों में नोएडा के स्कूलों के 2000 बच्चे नाटकों भाग लेगे।