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UP के इस शहर में वीकेंड कर्फ्यू के साथ सोमवार काे भी लगातार तीन दिन बंद रहेंगे बाजार, जानिये पूरे यूपी का हाल

locationनोएडाPublished: Jun 13, 2021 01:26:18 pm

Submitted by:

lokesh verma

मेरठ में श्रम विभाग ने कोरोना वीकेंड और नाइट कर्फ्यू के बीच जारी किए सोमवार काे साप्ताहिक बंदी का आदेश, अब केवल चार दिन ही खुलेंगे बाजार।

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पत्रिका न्यूज नेटवर्क
नोएडा डेस्क. उत्तर प्रदेश में कोरोना के सक्रिय मरीज तेजी से कम होने के बाद योगी सरकार ने कोरोना कर्फ्यू हटाकर लोगों को बड़ी राहत दी है। अब वीकेंड कर्फ्यू (शनिवार और रविवार) को छोड़कर पांचों दिन सुबह 7 बजे से शाम 7 बजे तक बाजार खोले जा रहे हैं, लेकिन यूपी के मेरठ शहर में केवल चार दिन ही बाजार खोलने की छूट दी गई है। जबकि कोरोना के सक्रिय केसों के मामले में मेरठ चौथे नंबर है। इस पर यहां के व्यापारियों ने आपत्ति जताई है। वहीं, जिला प्रशासन का कहना है कि अभी मेरठवासी कोरोना संक्रमण से जूझ रहे हैं। इसलिए वीकेंड कर्फ्यू (Weekend Curfew) के बाद साेमवार को साप्ताहिक बंदी (Weekly Off) में बाजार बंद रखने के आदेश दिए गए हैं।
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उल्लेखनीय है कि उत्तर प्रदेश सरकार ने कोरोना संक्रमण के मामले कम होने के बाद सभी 75 जिले में लगे कोरोना कर्फ्यू को वापस लेते हुए वीकेंड और नाइट कर्फ्यू लगाने के आदेश जारी किए हैं। वहीं, मेरठ में शनिवार और रविवार को वीकेंड कर्फ्य और सोमवार को साप्ताहिक बंदी का हवाला देते हुए लगातार तीन दिन बाजार बंद करने के आदेश दिए गए हैं। श्रम विभाग ने यहां सोमवार को भी सभी बाजारों को बंद रखने के आदेश जारी किए हैं। इस संबंध में एडीएम सिटी अजय कुमार तिवारी का कहना है कि यह कार्रवाई शासन, प्रशासन और श्रम विभाग के आदेशों पर की गई है।
व्यापारियों ने दी बाजार खोलने की चेतावनी

बता दें कि कोरोना कर्फ्यू के दौरान बंद रहे प्रतिष्ठानों के कारण व्यापारियों को आर्थिक रूप से काफी नुकसान हुआ है। वहीं, जब प्रदेशभर में पांच दिन बाजार खोले जा रहे हैं और मेरठ में चार दिन तो व्यापारियों रोष पनपने लगा है। व्यापारियों का कहना है कि लगातार दूसरी साल लंबे समय तक बाजार बंद रहने से काफी नुकसान उठाना पड़ा है। अब तीन दिन की बंदी से भी काफी नुकसान होगा। उन्होंने सोमवार की साप्ताहिक बंदी पर कड़ा ऐतराज जाहिर किया है। उन्होंने प्रशासन को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर फैसला वापस नहीं लिया गया तो वे बाजार खोल देंगे।
साप्ताहिक बंदी पर पुनर्विचार करे प्रशासन

मेरठ के संयुक्त व्यापार संघ के पदाधिकारियों ने सोमवार की साप्ताहिक बंदी के मुद्दे को लेकर बैठक की है। वहीं, बेगमपुल व्यापार संघ ने साप्ताहिक बंदी पर नाराजगी व्यक्त की है। बेगमपुल व्यापार संघ के अध्यक्ष अशोक माहेश्वरी ने जिलाधिकारी और कमिश्नर से सोमवार की साप्ताहिक बंदी पर पुनर्विचार करने का निवेदन किया है। उधर, स्पोर्ट्स गुड्स व्यापार संघ के अध्यक्ष अर्जुन सिंघल का कहना है कि कोरोना काल में व्यापारियों ने शासन और प्रशासन का पूरा सहयोग किया है। वे अभी भी वीकेंड कर्फ्यू के नियमों का पालन कर रहे हैं। व्यापारियों पर सोमवार की साप्ताहिक बंदी न थोपें। वहीं, सयुक्त व्यापार संघ के मंत्री लल्लू मक्कड़ ने कहा है कि व्यापारी कोरोना काल में आर्थिक रूप से टूट चुका है। अब वह नुकसान उठाने की स्थिति में नहीं है। व्यापारियों का प्रतिनिधिमंडल इस मुद्दे को लेकर कमिश्नर से वार्ता कर सकता है।
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वीकेंड कर्फ्यू की उड़ाई जा रहीं धज्जियां

उत्तर प्रदेश में कोरोना कर्फ्यू हटने के बाद लगे पहले वीकेंड कर्फ्यू के दौरान कई जिलों में कोविड नियमों की धज्जियां उड़ाने के मामले सामने आ रहे हैं। हालात का अंदाजा इसी से लगा सकते हैं कि जब राजधानी लखनऊ में ही सख्ती नजर नहीं आ रही है तो अन्य जिलों का क्या हाल होगा। लखनऊ की दुबग्गा मंडी में शनिवार को लोगों के लापरवाही बरतने की तस्वीरें इसका जीता जागता उदाहरण हैं। वीकेंड कर्फ्यू के दौरान यहां लोग बगैर मास्क सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ाते नजर आए। बता दें कि लखनऊ में कोविड की दूसरी लहर ने सबसे ज्यादा कहर बरपाया है। अगर लोग अभी भी सतर्क नहीं हुए तो प्रदेश फिर से कोरोना चपेट में ले सकता है।
यूपी में 10 हजार के नीच पहुंचे सक्रिय मरीज

बता दें कि कोरोना वायरस के संक्रमण की रोकथाम के लिए प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का वीकेंड और नाइट कर्फ्यू का फॉर्मूला कारगर साबित हो रहा है। बीते 24 घंटे की रिपोर्ट के अनुसार प्रदेशभर में केवल 524 नए केस मिले हैं। जबकि 1757 लोगों ने कोरोना को मात दी है। प्रदेश के 75 जिलों में से 70 जिलों में कोरोना के 300 से अधिक सक्रिय केस हैं। हालांकि पांच जिलों में 300 से अधिक सक्रिय केस हैं। यूपी में सक्रिय केस अब 9806 रह गए हैं।
इन पांच जिलों में सर्वाधिक सक्रिय केस

यहां बता दें कि जिन 5 जिलों में कोरोना के सक्रिय केस 300 से अधिक हैं, उनमें सबसे ऊपर प्रदेश की राजधानी लखनऊ है। 454 सक्रिय केस के साथ लखनऊ पहले स्थान पर है। जबकि 428 केस के साथ गौरखपुर दूसरे और आजमगढ़ 384 केस के साथ तीसरे स्थान पर है। वहीं मेरठ में 340 और प्रयागराज में 302 सक्रिय कोरोना मरीज हैं। प्रदेश में अब तक 17 लाख लोग कोरोना पाजिटिव पाए जा चुके हैं, जिनमें से 16.7 लाख लोग स्वस्थ हुए हैं। इस तरह रिकवरी रेट 98.1 फीसदी है।

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