गैंगेस्टर सुनील राठी बागपत जेल में बंद है। वेस्ट यूपी और उत्तराखंड में आतंक का पर्याय बन चुके सुनील पर 50 से ज्यादा मुकदमे दर्ज हैं। करीब एक साल पहले ही उसे रुड़की से बागपत जेल शिफ्ट किया गया था। रुड़की में उसने अपनी जान का खतरा बताया था।
सुनील के पिता नरेश राठी की कस्बे में ही रंजिश की वजह से हत्या कर दी गई थी। वह राष्ट्रीय लोकदल में नेता रह चुके थे। इसके बाद दूसरे पक्ष के दो लोगों की हत्सा कर दी गई। इसमें सुनील राठी को सजा भी हुई थी।
दिसंबर 2014 में सुनील राठी के दाएं हाथ अमित भूरा को पेशी पर लाया गया था। बागपत से निकलते ही उसके साथियों ने अमित को देहरादून पुलिस से छुड़ा लिया था। वह पुलिस से दो एके-47 रायफल और एक एसएलआर भी लूटकर ले गया था। इसके बाद भूरा पर दस लाख का इनाम घोषित हुआ था।
अमित भूरा की फरारी के बाद सुनील राठी समेत 17 लोगों पर गैंगेस्टर का मुकदमा दर्ज हुआ था।
पिछले साल नवंबर में रुड़की में एक डॉक्टर से 50 लाख की रंगदारी मांगी गई थी। इसमें सुनील राठी का नाम सामने आया था। बताया गया था कि बागपत जेल में रहते हुए उसने रंगदारी मांगी थी। इसके बाद डॉक्टर ने अपने और पूरे परिवार की सुरक्षा के लिये बुलेटप्रूफ जैकेट खरीद ली थी।
सुनील राठी की मां राजबाला टीकरी की चेयरपर्सन रह चुकी हैं। उन्होंने बसपा के टिकट पर 2017 में उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव भी लड़ा था। हालांकि, उन्हें छपरौली सीट से हार का सामना करना पड़ा था।