ब्रह्म मुहूर्त में उठने का लें संकल्प पंडित चंद्रशेखर शर्मा ने बताया कि शास्त्रों के अनुसार, ब्रह्म मुहूर्त में उठना सबसे उत्तम है। ब्रह्म मुहूर्त में उठने से सौंदर्य के साथ बल, विद्या और बुद्धि के साथ स्वास्थ्य हमेशा अच्छा रहता है। इसलिए सबसे पहले उठकर अपने इष्ट की पूजा और ध्यान करना चाहिए। उन्होंने बताया कि अगर विद्यार्थी सुबह उठकर अध्ययन करते हैं तो वह कभी उस पाठ को नहीं भूलते हैं। साथ ही ब्रह्म काल में किए गए पूजन का फल भी जल्द मिलता है।
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Happy New Year 2022: यूपी में इन 10 स्थानों पर मना सकते हैं नया साल देरी से उठने की आदत को त्यागें पंडित जी बताते हैं कि यदि आप देरी से उठते हैं तो 2022 के पहले दिन ही इस बुरी आदत का त्याग कर दीजिये। स्वस्थ जीवन के लिए हमेशा सूर्योदय से पहले उठें और हल्के व्यायाम के साथ ताजी हवा में दो-तीन किलोमीटर सैर करें। उम्र के हिसाब से विशेषज्ञ के परामर्श पर व्यायाम और घूमने निकलें।
शुद्ध सात्विक भोजन स्वस्थ जीवन का आधार पंडित जी कहते हैं कि शुद्ध सात्विक भोजन ही सर्वोपरि है। दोपहर और शाम के समय सात्विक भोजन ही करें। उन्होंने बताया कि सुबह का नाश्ता हो या दोपहर का भोजन राजा के समान करें और शाम के समय रंक के समान भोजन करने से जीवन हमेशा स्वस्थ रहेगा।
अन्न का आदर करने का प्रण लें उन्होंने कहा कि नए साल पर यह भी प्रण लें कि कभी अन्न की बर्बादी नहीं करेंगे। अन्न पानी से ही जीवन है इसलिए इसकी बर्बादी करना उचित नहीं है। इसके साथ ही थाली में उतना ही भोजन लें जितना खाना हो। इसके अलावा कटी हुई सब्जी और फल के छिलकों या फिर बचे हुए अन्न को कूड़ेदान में डालने के स्थान पर किसी पशु को खिलाएं। इससे घर में सुख समृद्धि आती है।
पंडित जी कहते हैं कि हमारे जीवन में पेड़-पौधों को भी बड़ा महत्व है। क्योंकि हमें प्राणवायु भी पौधों से ही मिलती है। इसके साथ ही पौधे घर के वास्तुदोष का भी निवारण करते हैं और हमें बीमारियों से ठीक करते हैं। इसलिए नए साल पर पौधे जरूर लगाएं और उनके रखरखाव की की जिम्मेदारी भी लें। इससे जहां हरियाली बढ़ेंगी, वहीं वायु भी स्वच्छ होगी।