Coronavirus के बढ़ते मामलों के बीच जिला प्रशासन ने बदला फैसला, अब 14 अप्रैल तक लागू रहेगी धारा 144
कुछ मरीजों ने मांगी थी इजाजत
क्वारंटाइन किए गए लोगों को सरकारी अस्पतालों या दूसरे भवनों में बनाए गए सेंटरों में रखा जाता है। लेकिन, पिछले दिनों से कोरोना वायरस के संदिग्ध मरीज होटलों में एकांतवास की मांग कर रहे हैं। इसके लिए वे भुगतान करने को तैयार हैं। इस पर संबंधित अधिकारियों से चर्चा के बाद ऐसे मरीजों को पांच सितारा होटलों में क्वारंटाइन करने की इजाजत दे दी गई, जो इस सुविधा के लिए भुगतान करने को राजी हैं। हालांकि इसके लिए कुछ शर्तें लगाई गई हैं। डीएम सुहास एलवाई ने बताया कि पेड क्वारंटाइन मरीजों को उन्हीं होटलों में रहने की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। जिसे प्रशासन ने बीते दिनों कोरोना संकट के मद्देनजर अधिग्रहित किया है। इसके लिए मरीज को प्रतिदिन 2500 रुपये का भुगतान करना होगा। मरीज को दोनों वक्ता का सादा भोजन भी इसी भुगतान में शामिल होगा।
खाने-पीने की व्यवस्था होटल की होगी
डीएम सुहास एलवाई ने बताया कि होटल में व्यवस्था बनाए रखने की पूरी जिम्मेदारी होटल प्रबंधन की होगी। लेकिन वहां पर स्वास्थ्य विभाग और पुलिस की टीम तैनात रहेगी। होटल में सिर्फ उन्हीं लोगों को प्रवेश मिलेगा, जिन्हें स्वास्थ्य विभाग की ओर से अधिकृत किया जाएगा। उन्होंने बताया कि कोरोना पीड़ितों के उपचार के लिए आ रहे डॉक्टरों और उनकी टीमों के लिए आवासीय सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए नोएडा और ग्रेटर नोएडा में कुल 08 होटलों का अधिग्रहण किया गया है। होटलों के भवन, कर्मचारी और अन्य संसाधनों पर जिला प्रशासन का कब्जा रहेगा और प्रशासन के निर्देश पर ही होटल के प्रबंधक काम करेंगे।
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इन होटलों का किया गया अधिग्रहण
डीएम ने बताया कि नोएडा के सेक्टर-18 स्थित होटल रेडिसन ब्ल्यू, सेक्टर-63 के होटल जिंजर, सेक्टर-18 के होटल मोजैक और सेक्टर-37 स्थित होटल गोल्फ व्यू के अलावा ग्रेटर नोएडा के होटल रेडिसन ब्ल्यू, जिमखाना होटल और सावोय स्विट्स समेत 8 होटलों का अधिग्रहण किया गया है।