हर रोज 10 मेगावाट बिलजी का उत्पादन नोएडा-ग्रेटर नोएडा रूट पर कुल 21 मेट्रो स्टेशन बनाए गए हैं। जिनकी छतों पर सोलर पैनल लगाए जाएंगे। जिससे हर रोज 10 मेगावाट बिजली का उत्पादन होगा। एनएमआरी के अधिकारियों की मानें तो इतनी बिजली सभी मेट्रो स्टेशनों और वाहन पार्किंग स्थान को जमगम करने से लेकर सभी काम के लिए पर्याप्त है। इसके अलावा सोलर एनर्जी से ही मेट्रो डिपो को भी रोशन किया जाएगा।
खर्च होगा कम सोलर एनर्जी के इस्तेमाल से एनएमआरसी का खर्च भी कम होगा। हालांकि, सभी स्टेशनों पर लगाए जाने वाले सोलर पैनल टेंड्रिंग कर चयनित कंपनी द्वारा लगाए जाएंगे। इसके लिए जल्द की टेंडर जारी कर कंपनी का चयन कर लिया जाएगा। अधिकारियों के मुताबिक, सोलर एनर्जी के इस्तेमाल से मेट्रो स्टेशनों को संचालित करने में लागत भी कम आएगी।
यूपीपीसीएल करेगा बिजली सप्लाई एनएमआरी के जीएम (फाइनेंस) पी.डी उपाध्याय ने बताया कि फिलहाल विभाग ने एनपीसीएल से बिजली लेकर मेट्रो का टेस्ट रन किया है। लेकिन, जल्द ही उत्तर प्रदेश पावर कॉर्पोरेशन लिमिटेड (यूपीपीसीएल) से 40 मेगावाट बिजली सप्लाई की जाएगी। इससे नोएडा-ग्रेटर नोएडा मेट्रो रूट पर एक्वा ब्लू लाइन का संचालन किया जाएगा। उन्होंने बताया कि इस रूट पर सभी मेट्रो स्टेशनों की छत पर सोलर पैनल लगाए जाएंगे। इससे उत्पन्न होने वाली सोलर एनर्जी से ही मेट्रो स्टेशन, मेट्रो डिपो और पार्किंग पर लाइट सप्लाई होगी।