बदमाशों से पूछताछ के दौरान एक बड़ा खुलासा हुआ कि इन बदमाशों चेन स्नेचिंग के लिए टूल किट तैयार कर रखी थी। उसी टूल किट से चेन स्नेचिंग की वारदातों को अंजाम देते थे। पुलिस ने चेन स्नेचिंग का सीसीटीवी फुटेज भी जारी किया है। पुलिस के अनुसार, बदमाश पुलिस से बचने के लिए हर घटना में 15 से 20 दिन का अंतर रखते थे। अपनी पहचान छिपाने के लिए घटना समय के समय दोनों हेलमेट पहनते थे। वारदात के लिए ये हमेशा हाई स्पीड बाइक का इस्तेमाल करते थे। वारदात को अंजाम देने के बाद ये बाइक के नंबर नंबर बदल देते थे।
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बार बाला की कहानी: मां ने जवान होते जिस्मफरोशी में धकेला, दो मामा ने किया रेप महिलाओं को बनाते थे टारगेट पुलिस के अनुसार, बॉर्डर पर चेकिंग के दौरान पकड़े ना जाए। इसलिए बाइक को बंद कर पैदल बॉर्डर पार करते थे। ये बदमाश स्कूल और अस्पताल के आसपास महिलाओं को टारगेट करके करते थे। जब भी किसी शहर में वारदात करते तो दो से तीन घटनाएं एक साथ करते थे। लूटी हुई चेन सुनार को आधी कीमत पर बेचते थे। इतना ही नहीं वारदात के लिए सुनार से एडवांस में भी रुपये लेते थे। लूटी हुई चेन का वजन करने के लिए छोटा सा कांटा (तराजू) साथ में रखते थे।
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योगीराज में बदमाश के हमले से दहशत में भाजपा नेता, दी पलायन की चेतावनी दो बदमाशों के साथ माल खरीदने वाला सुनार भी गिरफ्तार एडीसीपी नोएडा ज़ोन रणविजय सिंह ने बताया कि इस गैंग के बारे में पहले से जानकारी थी। आज जब ये वारदात करने आए तो पुलिस टीम ने सेक्टर-33 और सेक्टर-35 में ही बदमाशों को रोकने का प्रयास किया, लेकिन बदमाश पुलिस पर फायरिंग कर भागने लगे। जवाबी फायरिंग में दो बदमाश बदमाश घायल हो गए। जबकि तीसरे को पुलिस ने दबोच लिया। घायल बदमाशों की पहचान दिल्ली निवासी विनोद उर्फ सोनू और भारत के रूप में हुई है। इनके तीसरे साथी की पहचान विजय शिदे के रूप में हुई है, जो पेशे से सुनार है।