पुलिस की गिरफ्त में आए फरमान चौहान, तजीमुल, इरफान और इनकी सहायता करने वाली राधा सिंह व पूजा यादव को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। ये गैंग क्विकर डॉट कॉम से बेरोजगार व्यक्तियों का डेटा खरीदकर उन्हें नौकरी दिलाने के नाम पर संपर्क करते थे। उन्हें नौकरी का ऑफर लेटर देने के बाद अभ्यर्थियों से उनके परिचितों का लोन कराने का टारगेट दिया जाता था। इसके लिए कई स्कीम जैसे पर्सनल लोन, होम लोन, एग्रीकल्चर लोन और गोल्ड लोन आदि के बारे में बताया जाता था। इसके लिए कंप्यूटर से स्लिप निकालकर उन्हें दी जाती थी। कंपनी ने धानी बिजनेस सोल्यूशन के नाम पर बैंक में खाता खुलवाया था। ग्राहकों से उसी एकाउन्ट में पैसा ट्रांसफर कराकर धोखाधड़ी की जाती थी।
एसएसपी गौतमबुद्ध नगर वैभव कृष्ण ने बताया कि ठगी के शिकार हुए वाराणसी निवासी सौरभ सिंह पुत्र श्याम नारायण सिंह ने शिकायत दर्ज कराई थी कि बी-24 सेक्टर-2 स्थित कंपनी में फर्जी लोन और नौकरी दिलाने के नाम पर बड़े पैमाने पर ठगी की जा रही है। इस सूचना पर पुलिस ने छापा मारकर पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इनके पास से एक कंप्यूटर, सीपीयू, मॉनीटर, की-बोर्ड, 12 मोबाइल फोन, कालिंग डाटा शीट, रजिस्टर, फर्जी ऑफर लेटर और कम्पनी की चार मुहर बरामद हुई है। जिन व्यक्तियों को नौकरी पर रखने को कहा जाता था, उन्हें ना ही वेतन दिया जाता था और ना ही अपना पता बताया जाता था। आरोपियों ने बीते दो माह में देश के विभिन्न राज्यों के सैकड़ों व्यक्तियों से लाखों रुपयों की ठगी की है।