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दरअसल, पुलिस की गिरफ्त में आए मुखतार, अर्पित राजपूत, राजेश कुर्मी और सीटू को कोतवाली 58 पुलिस ने सेक्टर 57 खोड़ा तिराहा से पकड़ा है। पुलिस ने ये गिरफ्तारी बिल्डर की शिकायत पर की। जिसे ये आरोपी धर्मकांटे की फर्जी रसीद बनवाकर निर्माण सामग्री की आपूर्ति करने के बहाने तगड़ा चुना लगा रहे थे। एडीसीपी रणविजय सिंह ने बताया कि मुखतार सेक्टर-19 में स्टेशनरी की दुकान चलाने वाले अर्पित राजपूत से धर्मकांटा की फर्जी पर्ची बनवाता था। एक ट्रक पर आरोपी पांच से 10 टन अधिक माल की फर्जी पर्ची बनवाकर सप्लाई करते थे। पिछले चार वर्षों से वह धोखाधड़ी करते आ रहे हैं। इन फर्जी पर्ची से ट्रक ड्राइवर राजेश कुर्मी व सिटू निर्माण सामग्री की सप्लाई करते थे। इस काम में मुखतार सभी को हिस्सा देता था। यह भी देखें: कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष का सीएम योगी पर 40 घोटाले का आरोप एडीसीपी ने बताया कि बिल्डर नवीन सोनी की सेक्टर-33 में कंस्ट्रक्शन साइट है। उन्होंने सेक्टर 9 में भवन निर्माण सामग्री की दुकान चलाने वाले को निर्माण सामग्री की आपूर्ति का ठेका दिया था। पिछले 35 दिन से उनकी साइट पर निर्माण सामग्री आ रही थी। उन्होंने निर्माण सामग्री की पर्ची सेक्टर-60 स्थित हरिओम धर्मकांटे की मांगी थी। आरोपित उन्हें धर्मकांटे की फर्जी पर्चियां दे रहे थे। शक होने पर उन्होंने धर्मकांटा संचालक से संपर्क किया तो पता चला यह पर्चियां उनकी नहीं है। जिसके बाद नवीन सोनी ने कोतवाली सेक्टर 58 में मुकदमा दर्ज कराया था।