बाइक बोट घोटाला: आरोपी विशाल की 2.7 करोड़ की संपत्ति पुलिस ने की कुर्क
Highlights
- गौतमबुद्ध नगर में पुलिस को बाइक बोट घोटाले में मिली बड़ी कामयाबी
- आरोपी विशाल कुमार की करीब 2.7 करोड़ रुपए की संपत्ति मेरठ में जब्त की
- प्रवर्तन निदेशालय ने क्लोजर रिपोर्ट में सभी आरोपियों से 103 करोड़ रुपए की संपत्ति जब्त करने का दिया था ब्यौरा

पत्रिका न्यूज नेटवर्क
नोएडा. राजधानी दिल्ली से सटे गौतमबुद्ध नगर में पुलिस ने बाइक बोट घोटाले में एक बड़ी कामयाबी हासिल की है। जिले की कासना पुलिस ने साढ़े तीन हजार करोड़ रुपये के घोटाले में आरोपी विशाल कुमार की करीब 2.7 करोड़ रुपए की संपत्ति मेरठ में जब्त की है और इस संपत्ति को गैंगस्टर एक्ट के तहत कुर्क कर लिया है। जबकि प्रवर्तन निदेशालय ने अपनी क्लोजर रिपोर्ट में सभी आरोपियों से 103 करोड़ रुपए की संपत्ति जब्त करने का ब्यौरा दिया था।
यह भी पढ़ें- अवैध शराब तस्करों के खिलाफ बड़ा एक्शन, 17 अभियुक्त गिरफ्तार, 375 लीटर शराब और 900 लीटर लहन बरामद
पुलिस बाइक बोट प्रकरण में आरोपी विशाल भारद्वाज निवासी मवाना मेरठ पर गैंगस्टर की कार्रवाई की है। इसके तहत आरोपी के मवाना में दो मकान, भैसूमा और हुमायूंपुर गांव में साढ़े चौदह बीघा जमीन कुर्क की है। इसकी लागत लगभग दो करोड़ 70 लाख रुपए है। ग्रेटर नोएडा के डीसीपी राजेश कुमार सिंह ने बताया कि कासना पुलिस ने मेरठ पुलिस को गौतमबुद्ध नगर विशेष न्यायालय के फैसले से अवगत कराया और मेरठ पुलिस के सहयोग से विशाल कुमार पुत्र गजराज सिंह निवासी मोहल्ला हीरालाल कस्बा व थाना मवाना, मेरठ की करीब 6 हेक्टेयर कृषि योग्य भूमि और कस्बे में स्थित एक प्लॉट को गैंगस्टर एक्ट के तहत कुर्क किया। कासना पुलिस लंबे वक्त से सभी आरोपियों की कुंडली और करीबियों का रिकॉर्ड खंगाल रही थी। इसी दौरान पुलिस को पता चला कि एक आरोपी विशाल कुमार की मेरठ में संपत्ति है। पूरी तहकीकात कर कासना पुलिस ने उसकी करीब 6 हेक्टेयर कृषि योग्य भूमि और कस्बे में स्थित एक प्लॉट को गैंगेस्टर एक्ट के तहत कुर्क कर दिया।
पुलिस के अधिकारियों का कहना है कि इस तरह की कार्रवाई लगातार जारी रहेगी। आगामी दिनों में और संपत्ति कुर्क की जाएगी। यह कार्रवाई इसलिए भी ज्यादा खास है, क्योंकि प्रवर्तन निदेशालय ने सभी आरोपियों की कुंडली खंगालने के बाद अपनी क्लोजर रिपोर्ट में 103 करोड़ रुपए की संपत्ति की जब्ती का आंकड़ा पेश किया था। प्रवर्तन निदेशालय ने पूरी छानबीन के बाद कहा था कि अब किसी भी आरोपी की संपत्ति कुर्की के लिए नहीं बची है। बहुचर्चित बाइक बोट घोटाले में करीब 60 लोगों पर एफआईआर दर्ज की गई है। इसमें कई बड़े राजनेता और बिजनेसमैन शामिल हैं।
यह भी पढ़ें- 7 वर्षीय किशोरी हुई हैवानियत का शिकार, गांव के ही शख्स ने वारदात को दिया अंजाम, गिरफ्तार
अब पाइए अपने शहर ( Noida News in Hindi) सबसे पहले पत्रिका वेबसाइट पर | Hindi News अपने मोबाइल पर पढ़ने के लिए डाउनलोड करें Patrika Hindi News App, Hindi Samachar की ताज़ा खबरें हिदी में अपडेट पाने के लिए लाइक करें Patrika फेसबुक पेज