दरअसल, किसानों और नोएडा अथॉरिटी के कर्मचारियों के बीच मंगलवार को जमकर तू-तू मैं-मैं हुई थी। किसानों ने दो दिन तक प्राधिकरण कार्यालय को पूरी तरह से लॉकडाउन कर रखा था। जब नोएडा एंप्लाइज एसोसिएशन पदाधिकारियों की ओर से लॉकडाउन को खुलवाने का प्रयास किया गया तो टकराव हो गया। इस दौरान प्राधिकरण में प्रवेश के लिए नोएडा एंप्लाइज एसोसिएशन (एनईए) के पदाधिकारियों की किसानों से कहासुनी हो गई। धक्का-मुक्की के बाद प्राधिकरण के कुछ कर्मचारी अंदर भी दाखिल हो गए।
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सीएम योगी के सबसे खास रह चुके बाहुबली ने उन्हें बताया सबसे बड़ा पाखंडी, कहा 350 सीट जीत रही सपा कार्रवाई के लिए सीएम योगी को लिखा पत्र इसके बाद बैठक में निर्णय लिया गया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को लिखित पत्र के जरिये मामले से अवगत कराया जाएगा। लिखित पत्र शासन को भेजा गया, जिसमें लिखा गया है कि धरनारत किसानों की ओर से कार्यालय के स्वागत कक्ष समेत आसपास प्राधिकरण की संपत्ति को नुकसान पहुंचाया गया है। ऐसे पुलिस को निर्देश दिया जाए और तोड़फोड़ करने वाले किसानों को चिह्नित कर उन पर सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने और सरकारी काम में बाधा डालने के साथ राजस्व नुकसान की भरपाई कराई जाए। जिसके बाद बुधवार को 700 किसानों के खिलाफ पुुलिस ने केस दर्ज किया, जिसमें से 42 को नामजद किया गया है।
मर्यादा भूलने का लगाया आरोप भारतीय किसान परिषद राष्ट्रीय अध्यक्ष सुखबीर खलीफा का कहना है कि एनईए अध्यक्ष चौधरी कुशलपाल सिंह अपनी मर्यादा भूलकर किसानों को औकात बता रहे थे कि उनके पास 15 गाड़ियां हैं और 150 बीघा जमीन है। मैं तुम्हारा धरना चलने नहीं दूंगा। उनका व्यवहार देखकर किसानों ने विरोध किया था।