यह भी पढ़ें- अधेड़ पड़ोसी से तंग आकर बीटीसी की छात्रा नेे तीसरी मंजिल से कूदकर दी जान बता दें कि बुधवार सुबह नोएडा अथॉरिटी के खिलाफ प्रदर्शन करने वाले सफाई कर्मचारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई थी। इसके बाद सफाई कर्मचारियों में से तीन लोग आमरण अनशन पर बैठ गए। इसके बाद शाम को बड़ी संख्या में सफाई कर्मचारियों को नोएडा प्राधिकरण ने नौकरी से निकालने का आदेश कर दिए। इसकी जानकारी 28 वर्षीय अनिल कुमार के पास भी पहुंची, जो नोएडा सेक्टर-35 के करीब मोरना गांव में अकेला रहता था। इसके बाद उसने मेरठ निवासी अपने भाई राहुल को शाम 7 बजे फोन कर बताया कि उसे नौकरी से निकाल दिया गया है। यह उसकी जिंदगी का आखिरी दिन है। इसके बाद रात करीब 9:30 बजे परिवार वालों अनिल की आत्महत्या की खबर मिली।
बताया जा रहा है कि सफाई कर्मचारी अनिल कुमार अपने पीछे परिवार में सात सदस्यों को छोड़ गया है, जिनमें तीन बेटे, तीन बेटियां और एक पत्नी है। अनिल की मौत के बाद पत्नी और बच्चों का रो-रोकर बुरा हाल है। अनिल की पत्नी रोते हुए कह रही है कि मैडम ने उन्हें नौकरी से निकाल दिया था। बताया जा रहा है कि अनिल का परिवार खुशी-खुशी रहता था। घर में किसी प्रकार की काेई कलह नहीं थी। अनिल को बस डर था तो सिर्फ इस बात का कि कोरोना महामारी के कारण नौकरियां छूट रही हैं, अगर नोएडा प्राधिकरण ने निकाल दिया तो छह बच्चों का पालन पोषण कैसे करेगा। शायद इसी वजह से अनिल ने सुसाइड का रास्ता अपनाया।