भाजपा सांसद और पूर्व केंद्रीयमंत्री डॉ महेश शर्मा ने पत्र के जरिए कहा कि ओमेक्स ग्रांड सोसाइटी में हुए विवाद में छह अगस्त को वह पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के निर्देश पर वहां पहुंचे थे। सात अगस्त को वह पारिवारिक कार्यक्रम में थे तो वहां पर उन्हें सूचना मिली की सोसाइटी में 15 लोग घुस गये हैं और वहां पर पुलिस नहीं है। उनके पास उनके साथी और मेरठ से सांसद राजेन्द्र अग्रवाल का फोन आया कि ओमेक्स सोसाइटी में पीड़ित महिला उनकी रिश्तेदार है, उन्होंने मदद के लिए कहा था। जिस पर उन्होंने पुलिस अधिकारियों को फोन किया और पार्टी संगठन के अन्य पदाधिकारियों के साथ मौके पर पहुंचे तो वहां पर अफरा-तफरी का माहौल था। बड़ी संख्या में उपस्थित लोग आक्रोशित थे। जिसके बाद उन्होंने अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी को घटना की जानकारी दी थी। कुछ इस तरह से उन्होंने चिट्ठी में सफाई पेश की है।
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ट्विन टॉवर में विस्फोटक लगने से दहशत में लोग, सोसायटी छोड़कर जाने को मजबूर, धमाके वाले दिन करने होंगे ये काम जाति के नाम पर नहीं की राजनीति सांसद ने कहा कि उन्होंने कभी धर्म और जाति-बिरादरी की राजनीति नहीं की। मामले में जो भी हुआ श्रीकांत त्यागी के परिवार के साथ उनकी पूरी सहानुभूति है। त्यागी समाज हमेशा से उनका और भाजपा का समर्थक रहा है। इसके खिलाफ उन्होंने कोई शब्द नहीं बोला। तना ही नहीं बल्कि आरोप लगाया कि कुछ लोग उन्हें और पार्टी को बदनाम करने की साजिश कर रहे हैं। गलत तरीके से कुछ संस्थाओं ने लैटर पैड का सहारा लिया है।