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Exclusive: कोरोना का खौफ, सिंगापुर से आए परिवार का किया बायकाट, भूखे मरने की कगार पर

locationनोएडाPublished: Mar 23, 2020 02:06:09 pm

Submitted by:

virendra sharma

Highlights
. सिंगापुर से लौटे व्यक्ति ने कराया था अपना कोरोना वायरस का टेस्ट . बीमार बच्चे को नहीं मिल पा रही दवाई. परिवार के लोगों ने पुलिस कमिश्नर को लेटर भेजकर सुरक्षा की लगाई गुहार
 

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Corona

नोएडा। सिंगापुर से लौटे एक व्यक्ति और उसके परिवार के लोगों को परेशान करने का मामला सामने आया है। आरोप है कि उन्हें कोरोना पॉजिटिव बताकर फ्लैट से बाहर नहीं निकलने दिया जा रहा है। साथ ही जो भी उनकी मदद करता है तो उन्हें भी धमकियां दी जा रही है। बच्चा बीमार है। उसकी दवाइयां नहीं मिल रही है। साथ ही पूरा परिवार भूखे मरने की कगार पर पहुंच गया है।
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शहर की एक सोसाइटी में रहने वाले कमलेश चौहान(बदला हुआ नाम) सिंगापुर मे कार्यरत है। ये सिंगापुर के प्रमानेंट नागरिक भी है। 14 मार्च 2020 को ये सिंगापुर से फ्लाइट से नोएडा लौटे। उन्होंने बताया कि जिम्मेदार नागरिक होते हुए सिंगापुर एवं भारतीय एयरपोर्ट पर की जा रही कोरोना वायरस की स्क्रीनिंग सुरक्षा में अपना योगदान दिया। साथ ही कोरोना वायरस संबंधी सभी जांच कराई। उन्होंने बताया कि जांच के दौरान उनकी जांच रिपोर्ट नेगेटिव पाई गई है। उन्होंने बताया कि घर पहुंचने पर यात्रा सम्बंधित जानकारी CMO गौतमबुद्ध नगर को कोरोना वायरस के कोई भी लक्षण न होने के जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि CMO ने सेल्फ आइसोलेशन में रहने के कोई निर्देश नहीं दिए थे। सोसाइटी में आने के बाद मेंटनेंस डिपार्टमेंट को भी सूचना दी गई। आरोप है कि कोरोना वायरस पॉजिटिव बताकर सोसाइटी के लोग उन्हें परेशान कर रहे है। यहां तक की उनकी फैमिली को भी परेशान किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि कोरोना वायरस का टेस्ट कराने के लिए 19 मार्च को दौबारा से GIMS ग्रेटर नॉएडा गया। उन्होंने बताया कि इसी बीच घर पर न होने का फायदा उठाकर रेजिडेंट घर पहुंचे। उनकी पत्नी को परेशान किया गया।
उन्होंने बताया कि पहले से ही परिवार के लोग सेल्फ आइसोलेशन में थे। कोरोना वायरस की रिपोर्ट दिखाने के लिए मेंटेंनस से भी आया। उनकी नौकरानी को भी रोक दिया गया। यहां तक की नौकरानी को पुलिस ने फोन कर उनके फ्लैट में काम न करने के लिए भी कहा। आरोप है कि उनके घर के बाहर एक सिक्योरिटी गार्ड को बैठा दिया। जो लोग मदद कर रहे थे वो ना कर पाए। लिहाजा गेट को बंद कर दिया गया और परिवार को बंधक बना लिया गया।
भूख की कगार पर पहुंचा परिवार

उन्होंने बताया कि खाने—पीने की सप्लाई को बंद कर दिया गया। उन्होंने बताया कि उनके 7 साल के बच्चा ASD सिंड्रोम की बीमारी से जूझ रहा है। उन्होंने बताया कि पिछले चार दिनों से घर में कैद है। खाने—पीने का सामान भी उन्हें लाने के लिए निकलने नहीं दिया जा रहा है। उन्होंने बताया कि मामले की शिकायत गौतमबुद्ध नगर पुलिस कमिश्नर से भी की है।
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