दरअसल, नोएडा की कंपनी में सॉफ्टवेयर इंजीनियर अजय यादव पंचशील ग्रीन सोसायटी के फ्लैट नंबर-404 में अपने परिवार के साथ रहते थे। परिजनों ने पुलिस को बताया की अजय सुबह उठे थे और फ्रेश होने की बात कहकर अपने कमरे में चले गए थे। उन्होंने अंदर जाते ही दरवाजा बंद कर लिया था। जबकि उनकी पत्नी और दो बच्चे अलग कमरे में थे। काफी देर तक जब अजय बाहर नहीं आए तो बच्चों ने पिता के कमरे का दरवाजा खटखटाया, लेकिन अंदर से दरवाजा नहीं खुला। इसके बाद परिजनों ने खिड़की से झांककर देखा की अजय पंखे से लटके थे। यह देखते ही बच्चों की चीख निकल गर्इ। इसके बाद डायल 100 को फोन कर सूचना दी। सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को पंखे से उतारकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और अजय ने खुदकुशी क्यों की इसकी जांच की जा रही है।
बिसरख कोतवाली प्रभारी मनोज कुमार पाठक ने बताया कि पड़ोसियों का कहना है कि वह दो माह से डिप्रेशन में चल रहे थे। किसी से ज्यादा बातचीत भी नहीं कर रहे थे। हालांकि वह काफी मिलनसार थे। उनके कमरे से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है, जिसके चलते खुदकुशी का कारण स्पष्ट नहीं हो सका है। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। पुलिस आत्महत्या के कारणों का पता लगाने का प्रयास कर रही है।