नोएडा। समाजवादी पार्टी में बाप बेटे में हो रही रार आैर अलग-अलग होने को लेकर गौतमबुद्धनगर के दर्जा प्राप्त राज्यमंत्री ने बड़ा खुलासा किया है। उन्होंने दावा किया कि कोर्इ पार्टी अलग नहीं बनेंगी। अब पार्टी के नेता अलग नहीं होगें। पार्टी में फूट पैदा करने वाले नेता को निकाल दिया गया है। इसके साथ ही समाजवादी पार्टी एक रहेंगी।
मंत्री ने इस नेता को बताया पार्टी में फूट की वजह
गौतमबुद्धनगर में दर्जा प्राप्त मंत्री अनिल सिंह ने कहा कि पार्टी में फूट की वजह कोर्इ आैर नहीं बल्कि वरिष्ठ नेता अमर सिंह हैं। वह शिवपाल को बहकाकर उन्हीं के कंधों से तीर चला रहे हैं। यह सब वह पार्टी में अपनी जगह बनाने के लिए किया जा रहा है। लेकिन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने उन्हें पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया है। उनके बाहर निकलते ही अब समाजवादी पार्टी आैर नेताआें की आपसी बात क्लियर होगी। समाजवादी पार्टी एक रहेंगी।
सीएम का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनना सही
मंत्री अनिल सिंह ने कहा कि सीएम का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनना पूरी तरह से संवैधानिक है। इस फैसले के लिए हम लोग भी बैठक में शामिल हुए थे। जिसमें 95 प्रतिशत से भी ज्यादा नेताआें ने सीएम अखिलेश यादव को राष्ट्रीय अध्यक्ष के पद के लिए चुना। वहीं मुलायम सिंह यादव बड़े नेता हैं। उनका पद कभी भी छोटा नहीं होगा। बल्कि उन्हीं के नेतृत्व में पार्टी से लेकर सरकार चलेंगी।
चंद लोग कराना चाहते हैं फूट
अलग पार्टी बनाने को लेकर मंत्री ने कहा कि सारी रार की वजह कुछ नेता बने हुए हैं। लेकिन ये चंद लोग पार्टी के एक होते ही अलग—थलग हो जाएंगे। पार्टी एक ही रहेंगी, नेता जी भी मुलायम सिंह यादव ही रहेंगे। बाकी जो लोग अपने अलग उद्देश्यों से तोड़ना चाहते हैं। वह लोग नहीं रहेंगे।
चुनाव पर पड़ रहा है असर
वहीं जिले में सपा के प्रवक्ता राघवेंद्र दूबे ने कहा कि अगर नेताजी के नेतृत्व में सीएम राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाए जाते तो ज्यादा अच्छा रहता। लेकिन कुछ चापलूस लोग अलग-अलग बातें कर रहे हैं। नेताजी पार्टी के संस्थापक हैं तो सीएम भी पार्टी का चेहरा हैं। हम पार्टी के साथ हैं।