मंगलवार को एसटीएफ़ कि टीम को मुखबिर से सूचना मिली कि बाइक बोट घोटाला मामले के दो आरोपी हापुड़ चुंगी से गुजरने वाले हैं। इस सूचना पर टीम ने घेराबंदी की। कुछ ही देर बाद एक एक कार को रोक कर उसमें बैठे लोगों की पहचान होने पर गिरफ्तार कर लिया गया। गिरफ्तार किए गए लोगो के गौतमबुद्ध नगर के चीती गांव निवासी सचिन भाटी और पवन भाटी शामिल हैं। दोनों सगे भाई हैं। इनमें से सचिन भाटी गर्वित इनोवेटिव प्रमोटर्स प्रा.लि. में निदेशक के पद पर तैनात रहा है। बाइक बोट घोटाला मामले में फरार रहने पर दोनों पर 50-50 हजार रुपये का इनाम घोषित किया गया था। इनका एक और भाई संजय भाटी पहले ही गिरफ्तार हो चुका है। उस पर भी 50 हजार रुपये का इनाम घोषित किया गया था। इसके अलावा पुलिस ने इस मामले में एक अन्य अभियुक्त मेरठ निवासी करणपाल सिंह पुत्र केहरी सिंह को भी गिरफ्तार किया है।
सचिन-पवन संजय भाटी के भाई बताए गए हैं। तीनों ने संजय भाटी के फरार होने के बाद फर्जीवाड़े की कमान संभाली थी और निवेशकों को अग्रिम तिथि के लाखों चेक देकर झांसा दिया था। वहीं, फर्जीवाड़े की रकम को ठिकाने लगाने के अलावा संपत्ति की खरीद फरोख्त में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। करनपाल ने ही अरबों के फर्जीवाड़े में एनसीआर व देश के हजारों सैनिक व पूर्व सैनिकों के करोड़ों रुपये फंसवाए थे। गिरफ्तार आरोपियों ने फर्जीवाड़े की रकम को ठिकाने लगाने व संपत्ति खरीद फरोख्त में भी संजय भाटी की मदद की है।