scriptपत्रकार से पोहा वाला बनने की कहानी, 3 महीने नौकरी खोजी नहीं मिली, कूद पड़ा स्टार्टअप में, 3 दिन में ही अथॉरिटी ने ठेला हटा दिया | Story of journalist Poha Wale, within 3 days authority removed the ha | Patrika News

पत्रकार से पोहा वाला बनने की कहानी, 3 महीने नौकरी खोजी नहीं मिली, कूद पड़ा स्टार्टअप में, 3 दिन में ही अथॉरिटी ने ठेला हटा दिया

locationनोएडाPublished: Mar 25, 2023 09:39:20 pm

Submitted by:

Vikash Singh

Journalist Turns Poha wala: भारत के सबसे बेहतरीन पत्रकारिता संस्थान IIMC दिल्ली से पढ़ाई करने के बाद ददन विश्वकर्मा ने 13 साल तक देश के कई प्रतिष्ठित संस्थानों, राजस्थान पत्रिका, दैनिक भास्कर, नवभारत टाइम्स, इंडिया टूडे और जी न्यूज में नौकरी की।
 

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15 दिसंबर 2022 को नौकरी छूटने के बाद उन्होंने 3 महीने तक नौकरी ढूंढी। नहीं मिली त खोल लिया खुद का स्टार्टअप और नाम रखा पत्रकार पोहा वाला। ठेला लगाए अभी 3 दिन ही हुए थे कि नोएडा अथॉरिटी ने बंद करा दिया।
ददन ने अपने पोहा को 2 नाम दिया है।

पहला: एडिटर स्पेशल पोहा
नाम से ही स्पष्ट हो रहा है कि यह पोहा एडिटर के लिए है। ददन विश्वकर्मा के मुताबिक, “किसी भी चैनल या कंपनी में एडिटर की सैलरी अच्छी होती है, इसलिए उनके पोहे में पनीर और अनार ऐड किया गया है। इसकी कीमत 80 रुपए प्लेट है और साथ में एक जलेबी फ्री है।”

दूसरा: रिपोर्टर स्पेशल पोहा
इस कैटेगरी में इंदौर का नॉर्मल पोहा है। ददन विश्वकर्मा का मानना है, “मैं भी एक पत्रकार हूं तो मैंने भी उसी तरह की 2 कैटेगरी में यह 3 तरह के पोहा को डिवाइड किया है। इसकी कीमत 50 रुपए पर प्लेट साथ में एक जलेबी फ्री है।”
देखिए इस वीडियो में।

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