बेसमेंट में करीब 2 से 3 मीटर तक मलबा भरा जाएगा दरअसल एडिफिस कंपनी से जुड़े इंजीनियरों का कहना है कि ट्विन टावर के आसपास कई और दूसरे टावर भी हैं। उन्हें डर है कि कहीं टावरों के गिरने से आसपास के या अन्य दूसरे टवरों को कोई नुकसान नहीं पहुंचे इसके लिए हर जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि ट्विन टावर के बेसमेंट नंबर एक में मलबा भरने का प्लान तैयार किया गया है। बेसमेंट में करीब 2 से 3 मीटर तक मलबा भरा जाएगा। इससे जब ट्विन टावर मलबे के ऊपर गिरेगा तो उसकी धमक तेज नहीं होगी और उससे कंपन भी कम से कम होगा। गौरतलब है कि ट्विन टावर के कंपन को मापने के लिए आईआईटी रुढ़की के इंजीनियरों की एक टीम ट्विन टावर गिरने की तारीख 21 अगस्त को मौके पर मौजूद रहेगी।