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अब यमुना एक्सप्रेस-वे पर इन गाड़ियों की होगी अलग लेन
बता दें कि कुछ दिन पहले ही यमुना एक्सप्रेस-वे पर एक साथ दो बड़े हादसे हुए थे। इनमें एक बस एक्सप्रेस-वे से नीचे गिर गई थी। जिसमें दो लोगों की मौत हो गई थी। वहीं दूसरे हादसे में एम्स के तीन डॉक्टरों की जान चली गई थी। अब इसे देखते हुए यमुना प्राधिकरण ने जेपी इंफ्राटेक के अधिकारियों के साथ एक बैठक कर एक्सप्रेस-वे पर ट्रॉमा सेंटर बनाने और उसमें डॉक्टर व दवाओं का पूरा इंतजाम करने के निर्देश दिए हैं। जिसपर जेपी अपनी सहमति दे दी है। पत्रिका टीवी के पश्चिमी उत्तर प्रदेश बुलेटिन देखने के लिए क्लिक करें यमुना एक्सप्रेस-वे पर हादसों की रोकथाम के लिए प्राधिकरण के सीईओ डॉ. अरुणवीर सिंह ने निर्देश दिया है कि बहुत तेज रफ्तार से चलने वाले वाहनों का डेटा, चालान की राशि और उसे जमा करने की जगह को टोल पर्ची पर ही छापा जाए। इसके साथ ही एक्सप्रेस-वे पर इस तरह की व्यवस्था की जाए, जिससे ओवर स्पीड से वाहन चलाने वालों को आवाज के जरिए अलर्ट किया जा सके। वहीं दो पहिया वाहनों के लिए भी अब एक्सप्रेस-वे पर अलग लेन तैयार की जाएगी।