जल्द लागू होगी योजना डीजीपी ओपी सिंह ने एक इंटरव्यू में बताया है कि वे जल्द ही प्रदेश में ई-एफआईआर (E-FIR) या डायल एफआईआर (Dial FIR) योजना शुरू करेंगे। इसके जरिय लोग फोन पर एफआईआर दर्ज करा सकेंगे। उन्होंने कहा कि जब तक पुलिस में मुकदमा दर्ज नहीं होता, तब तक जांच नहीं शुरू होती है। इसके लिए उन्होंने काफी मंथन किया। यूपी पुलिस के 100 नंबर पर रोज करीब 20 हजार शिकायतें मिलती हैं। इनमें से कुछ खास श्रेणी की होती हैं। वाहन चोरी जैसे अपराधों का मुकदमा अब फोन पर ही दर्ज हो सकेगा। योजना लागू होने के बाद ऐसे मामलों में अब थानों के चक्कर काटने की जरूरत नहीं होगी। इसके लिए पुलिसकर्मियों को 22 हजार नए आईपैड दिए जाएंगे। गाजियाबाद में इस तरह का पायलट प्रोजेक्ट सफल रहा था।
100 से ज्यादा नए कमांडो को दी जाएगी ट्रेनिंग इसके अलावा डीजीपी ने यह भी कहा कि उत्तर प्रदेश पुलिस आतंकवाद रोधी (एटीएस) और प्रतिक्रिया नेटवर्क का भी विस्तार कर रही है। इसके लिए 100 से ज्यादा नए कमांडो को ट्रेनिंग दी जाएगी। साथ ही अपराधियों का आनॅलाइन डॉजियर तैयार किया गया हे। इससे कई केस जल्द सुलझाने में मदद मिलेगी।
मई में गाजियाबाद में हुई थी शुरुआत आपको बता दें कि इसी साल मई में गाजियाबाद एसएसपी ने डायल एफआईआर का सिस्टम शुरू हुआ था। इसके बाद चेन स्नैचिंग, चोरी और वाहन चोरी की शिकायतें दर्ज करने के लिए सिर्फ 100 नंबर मिलाना पड़ता था। योजना लागू होने के बाद ऐसे अपराधों को दर्ज करने की संख्या 10 गुना से अधिक बढ़ गई थी। इसको लेकर कई जिलों के पुलिस अधिकारियों ने गाजियाबाद एसएसपी और एसपी कंट्रोल रूम से संपर्क इस सिस्टम को समझने की कोशिश की थी। डीजीपी ओपी सिंह 26 जून 2018 को जब गाजियाबाद आए थे तो उन्होंने इस सिस्टम के लिए एसएसपी वैभव कृष्ण की तारीफ की थी।
छह माह में पूरे प्रदेश में करेंगे लागू शनिवार को गाजियाबाद पहुंचे DGP ओपी सिंह ने कहा था कि अब 100 डायल पर आई काॅल से लोगों की FIR दर्ज हो जाएगी। इसका ट्रायल गाजियाबाद ओर नोएडा में शुरू किया गया है। सफल होने पर अगले छह महीने के अंदर इसे पूरे प्रदेश में लागू करने की योजना है। उस दौरान उन्होंने प्रदेश में एक मोबाइल ऐप की योजना को भी अमलीजामा पहनाने की बात कही थी।