दरअसल, जीएसटी विभाग के अधिकारियों को जानकारी मिली थी कि आयरन स्टील की फर्मों के नाम पर लगातार टैक्स चोरी की जा रही है। जिसे गंभीरता से लेते हुए राज्य आयुक्त मिनिस्ती एस ने जीएसटी विभाग को गाजियाबाद और नोएडा जोन में कर चोरी में लिप्त फर्मों को चिन्हित करते हुए उनके खिलाफ कार्रवाई किए जाने के निर्देश दिए। इसके बाद जीएसटी विभाग के अधिकारियों ने गाजियाबाद और नोएडा जोन के गाजियाबाद, नोएडा, दादरी, हापुड़, बुलंदशहर, खुर्जा और सिकंदराबाद में 49 फर्मों को चिन्हित किया।
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मस्जिदों और मंदिरों से हटाए गए लाउडस्पीकर, इमाम ने रमजान में कार्रवाई पर उठाए सवाल पतों पर नहीं मिली आधे से ज्यादा फर्म फर्मों को चिन्हित करने के बाद विभाग की 23 टीमों ने 43 फर्मों की लोकेशन पर छापेमारी की। जिसमें लोहा और स्टील से जुड़ी कई फर्मों के पते फर्जी पाए गए। यानी इन फर्मों ने जिस वक्त जीएसटी लिया था और उसमें अपना पता अंकित किया था। उन पतों पर आधी से ज्यादा फर्म नहीं मिली। बड़ी बात यह है कि सभी फर्मों ने चेन बनाते हुए कागजों में ही माल की खरीद और बिक्री दिखाते हुए 650 करोड़ों रुपए का कारोबार किया। जिसके आधार पर 128 करोड़ों रुपए आईटीसी क्लेम भी कर डाला।
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यूपी के 7442 आधुनिक मदरसों की होगी जांच, बनाई गई है जांच कमेटी 500 से अधिक फर्मों की सूची तैयार अब विभाग ऐसी सभी फर्मों को लगातार चिन्हित करने में लगा हुआ है। अभी तक विभाग ने 500 से अधिक फर्मों की सूची तैयार की है। जिनकी गहनता से जांच की जा रही है कि उनके द्वारा कितना क्रय और विक्रय किया गया है।