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कक्षा 6 की छात्रा का अपहरण कर दुष्कर्म करने वाले मस्जिद के हाफिज को कोर्ट ने सुनाई ये सजा वेस्ट यूपी एसटीएफ के एसपी कुलदीप नारायण सिंह और गोंडा एसपी शैलेंद्र पांडे ने प्रेसवार्ता के दौरान शुक्रवार सुबह बताया कि बहराइच निवासी बीएएमएस छात्र गौरव हालदार का 18 जनवरी को गोंडा से अपहरण किया गया था। अपहरण के बाद पिता निखिल हालदार ने थाना पयागपुर में अपहरण का केस दर्ज कराया था। गौरव गोंडा के एससीपीएम कॉलेज से बीएएमएस का छात्र था। उन्होंने बताया कि निखिल हालदार से अपहरणकर्ताओं ने 70 लाख रुपए की फिरौती मांगी थी।
नोएडा एक्सप्रेसवे पर एनकाउंटर उन्होंने बताया कि जांच में पता चला कि गौरव का अपहरण करके एनसीआर में ही रखा गया है। इसकी जानकारी मिलते ही नोएडा एसटीएफ एसपी राजकुमार मिश्रा गोंडा पुलिस के साथ छात्र की तलाश में जुट गए। उन्होंने बताया कि शुक्रवार सुबह एक सूचना मिली, जिसके बाद एसटीएफ और गोंडा पुलिस ने नोएडा एक्सप्रेसवे पर एनकाउंटर के दौरान डॉ अभिषेक सिंह पुत्र राजेश सिंह, मोहित सिंह पुत्र शिव मूरत सिंह, नितेश पुत्र विनोद बिहारी को गिरफ्तार किया। मुठभेड़ के बाद आरोपियों से घटना में इस्तेमाल की गई एक कार, देसी तमंचा, कारतूस और छात्र गौरव को बेहोश करने में इस्तेमाल किए गए नशे का इंजेक्शन भी बरामद किए हैं।
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नोएडा में दिन निकलते ही टाइम बम जैसी चीज मिलने से मची अफरा-तफरी, लोगों में दहशत घटना का मास्टरमाइंड डॉ. अभिषेक सिंह आरोपियों से पूछताछ में पता चला है कि वारदात को अंजाम देने का मास्टरमाइंड डॉ. अभिषेक सिंह है। वह गोंडा में ही रहता है और छात्र गौरव को भी जानता है। डॉ. अभिषेक दिल्ली के नजफगढ़ में राठी अस्पताल में डॉक्टर है। जहां काम करने वाली एक अन्य डॉ. प्रीति मेहरा के साथ मिलकर उसने यह साजिश रची थी। डाॅ. प्रीति मेहरा ने गौरव से बातचीत की और हैनीट्रैप में फंसाते हुए गौरव को मिलने के लिए 18 जनवरी को गोंडा से बुलाया। इसके बाद आरोपियों ने छात्र को अगवा कर लिया और उसे नशे के इंजेक्शन देकर दिल्ली ले आए। उन्होंने बताया कि इस घटना में शामिल डॉ. प्रीति मेहरा अभी फरार है।
लगातार दे रहे थे नशे के इंजेक्शन दिल्ली के डॉ. अभिषेक सिंह ने परिचित महिला डॉ. प्रीति मेहरा के साथ गौरव हालदार के अपहरण की साजिश रची थी। महिला डॉक्टर ने हनीट्रैप में फंसाकर छात्र को मिलने के लिए बुलाया था। जैसे ही वह मौके पर पहुंचा तो वहां पहले से ही मौजूद डॉ. अभिषेक और उसके दो साथियों ने पकड़कर गौरव को नशे का इजेक्शन दे दिया। फिर वे बेहोशी की हालत में ही गौरव को गोंडा से दिल्ली ले आए। दिल्ली से ही गौरव के पिता को फोन कर 70 लाख रुपए की फिरौती मांगी गई थी। अपहरणकर्ताओं ने 22 जनवरी तक फिरौती की रकम देने अल्टीमेटम दिया था। गौरव को एक फ्लैट में आराेपियों ने रखा था। बताया जा रहा है कि आरोपी उसे लगातार नशे के इंजेक्शन दे रहे थे, ताकि वह होश में नहीं आ सके।