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शराब पीने को लेकर हुए खूनी संघर्ष में आधा दर्जन घायल,पुलिस ने फटकारी लाठी अवारा मवेशी बन रहे हादसों का करण - सेक्टर-62 में सांड ने सड़क पार कर रहे मीडियाकर्मी की ली जान।
- सेक्टर 27 में बाइक सवार सांड से बचने के चक्कर में घायल। - रजनीगंधा चौराहे पर दो सांड भिड़े, जिससे एक राहगीर घायल। - सेक्टर-8 में सांड से बचने के लिए डिवाइडर से टकराया बाइक सवार।
- सेक्टरर-34 सांडों के झगडे कई गाड़ियों को हुआ नुक्साान। यह भी पढ़ें-
Ghaziabad crime : जिम से निकलते प्रॉपर्टी डीलर को बाइक सवार युवकों ने मारी गोली अथॉरिटी के पास नहीं कोई मजबूत प्लान नोएडा की सडके इन दिनों आवारा पशुओ का आशियाना बनी हुई हैं। गाय-सांड मुख्य मार्गों पर जगह-जगह कब्जा जमाए मिल जाएंगे। सड़कों पर अवारा घूमने वाले गाय, सांड, कुत्ते, बिल्ली, बंदर को पकड़ने व उनकी नसबंदी करने का काम नोएडा अथॉरिटी का है। राज्यपाल ने दिसम्बर 2011 को एक अधिसूचना जारी कर अथॉरिटी को नगर पालिका की सारी शक्तियां दे दी हैं। बावजूद इनके लिए न तो मास्टर प्लान में जगह और न ही कोई योजना। कुछ गौशालाए जरुर बनाई गयी, लेकिन आवारा जानवरों वहां तक पहुचाने की कोई उचित व्यवस्था नहीं है। हरौला, बरौला, निठारी, सेक्टर-18, अट्टा, सेक्टर-12/22, सेक्टर-62, एक्सप्रेसवे के आसपास सहित कई ऐसे स्थान हैं जहां बड़ी संख्या में लावारिस मवेशी सड़कों पर झुंड बनाकर घूमते रहते हैं।