दरअसल, मामला एनएसईजेड चौकी के सामने स्थित गांव इलाहबास गांव का है। जहां कि रहने वाली एक महिला दोपहर करीब दो बजे पुलिस चाैकी पहुंची और उसने अपने ऊपर मिट्टी का तेल छिड़ककर आग लगा ली। सोशल मीडिया पर चल रहे वीडियो के अनुसार, पीड़ित महिला ने आरोप लगाया है कि 14 साल पहले उसके ससुर ने छेड़खानी करने की कोशिश की थी। इसके बाद उसने पुलिस से मामले की शिकायत की थी और चौकी के कई चक्कर भी लगाए, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। इसके बाद उसने परेशान होकर मंगलवार को चौकी के सामने खुद को आग लगा ली।
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इलाज के दौरान फौजी की पत्नी की मौत अस्पताल में जमकर हंगामा सगे देवर पर लगाए थे आरोप वहीं, पुलिस इसे उधार के पैसों का मामला बता रही है। अपर पुलिस आयुक्त कानून और व्यवस्था लव कुमार ने बताया कि महिला ने 20 फरवरी को शिकायत दी थी। गांव के ही दो युवक सुमित और नीरज उसे गांव में बदनाम कर रहे हैं और वह उसके साथ अभद्रता करते हैं। इसकी जांच में चौकी प्रभारी गांव गए थे और जिस युवक पर आरोप था वह महिला का सगा देवर है। नीरज और महिला में पैसे को लेकर विवाद हुआ था। नीरज और उसकी पत्नी ज्योति ने भी महिला पर आरोप लगाते हुए शिकायती पत्र दिया था। इसके बाद मामले की जांच थाने की ही एक महिला उपनिरीक्षक कर रही थी और रविवार को थाने में ही दोनों पक्षों को बुलाया गया था। इसके बाद दोनों ने आपस में ही मामले को निपटाने की बात की थी। इसके बाद मंगलवार को महिला ने आत्मदाह का प्रयास किया। इसकी जांच एसीपी को सौंपी है। जांच रिपोर्ट के बाद इस मामले में आगे की कार्रवाई की जाएगी।
पीड़ित महिला के पति सोनू ने बताया कि उसके चार भाई और पिता सभी मिलकर पत्नी के साथ मारपीट व छेड़खानी करते थे। ये काम वे गांव के कुछ दंबगों के कहने पर करते थे। सोनू ने आरोप लगाया कि शादी के दो साल बाद ही मारपीट का ये सिलसिला शुरू हुआ। वे इस शादी से नाखुश थे और बहकावे में आकर पत्नी के साथ मारपीट करते रहे। पीड़िता के पति व पत्नी ने थाने में मामले को लेकर कई बार शिकायत की। लेकिन, पुलिस एक्शन लेने की बजाए आरोपी पक्ष का ही साथ देते रहे।