सरकार रोज पोषण पर नई नई योजनाएं बना रही है परंतु सब्जियों के भावों पर उसका कोई नियंत्रण चल नहीं पा रहा।
बाजार में सब्जियों के भाव आसमान छू रहे, और लोग कुपोषण के शिकार हो रहे। सब्जी विक्रेता राजकुमार ने बताया कि हर साल नवंबर के दूसरे सप्ताह तक नए आलू की आवक मार्केट में हो जाती थी,परंतु इस साल अभी आलू,गोभी और मटर पर्याप्त मात्रा में बाजारों तक पहुंच नहीं पाए हैं।
वहीं रोड के किनारे जमीन पर ही बोरा रख कर सब्जी बेचने वाली सरिता बताती है कि लगन का मौसम शुरू होने वाला है ,ऐसे में आवक कम होने से सब्जियों के भाव आसमान छू रहे हैं।
नई और सस्ती मौसमी सब्जियों के लिए अभी लगभग 20 दिन इंतजार करना पड़ेगा।
बाजार में सब्जियों के भाव आसमान छू रहे, और लोग कुपोषण के शिकार हो रहे। सब्जी विक्रेता राजकुमार ने बताया कि हर साल नवंबर के दूसरे सप्ताह तक नए आलू की आवक मार्केट में हो जाती थी,परंतु इस साल अभी आलू,गोभी और मटर पर्याप्त मात्रा में बाजारों तक पहुंच नहीं पाए हैं।
वहीं रोड के किनारे जमीन पर ही बोरा रख कर सब्जी बेचने वाली सरिता बताती है कि लगन का मौसम शुरू होने वाला है ,ऐसे में आवक कम होने से सब्जियों के भाव आसमान छू रहे हैं।
नई और सस्ती मौसमी सब्जियों के लिए अभी लगभग 20 दिन इंतजार करना पड़ेगा।