हॉस्टलों में बच्चे पुराने कंबल से काम चला रहे स्कूल शिक्षा विभाग और जनजातीय कार्य विभाग के हॉस्टलों में बच्चे पुराने कंबल से काम चला रहे हैं। कुछ हॉस्टलों में बीते सत्र में नए कंबल की आपूर्ति की गई। चालू सीजन में अभी डिमांड के तहत कंबल की खरीदी शुरू नहीं की गई है। जबकि रात में गुलाबी ठंड शुरू हो गई है। खालवा में एससी हॉस्टल में नए प्रवेशित बच्चे आधी रात के बाद अधीक्षकों से कंबल मांगे। शहर की तुलना में ग्रामीण क्षेत्र में रात्रि के समय अधिक ठंड रहती है। गुलाबी ठंड शुरू होने से हॉस्टलों में रात को छात्रों को कंबल की जरूरत पड़ती है। खालवा क्षेत्र के कुछ अधीक्षकों ने नए प्रवेशित बच्चों के लिए कंबल की डिमांड भी भेजी है।
स्कूल शिक्षा विभाग में स्वेटर खरीदने की तैयारी जिले में स्कूल शिक्षा विभाग के 21 हॉस्टल संचालित हो रहे हैं। इसमें 1800 से अधिक बच्चे अध्ययनरत हैं। इसमें डीपीसी के 14 हॉस्टल शामिल हैं। शेष डीइओ कार्यालय से संचालित हो रहे हैं। स्कूल शिक्षा विभाग में तीन साल पहले कंबल खरीदे गए। ज्यादातर हॉस्टलों में कंबल पुराने हो गए हैं। बच्चे घर से भी कंबल मंगवाए हैं। स्कूल शिक्षा विभाग के हॉस्टलों में स्वेटर खरीदी की तैयारी चल रही है। विभाग को पत्र भेजा गया है।
एससी हॉस्टलों में कंबल की आपूर्ति में देरी, बच्चों को दिक्कत जनजातीय कार्य विभाग में 100 से अधिक हॉस्टल संचालित हैं। इसमें एससी के हॉस्टल में विभाग की ओर से कंबल खरीदी किए जाते हैं। पिछले साल एससी हॉस्टलों में कंबल, तकिया की आपूर्ति देरी से हुई। चालू सीजन में गुलाबी ठंड शुरु हो गई है। नए प्रवेशित बच्चों को पुराने दिए गए हैं। कुछ बच्चे अपने घर से भी कंबल लेकर पहुंचे हैं। खालवा क्षेत्र के कुछ अधीक्षकों ने कंबल की डिमांड भी भेजी हैं। लेकिन अभी तक कंबल खरीदी की प्रक्रिया ही नहीं शुरु हुई। एससी के 38 हॉस्टल हैं। एसटी हॉस्टलों में बच्चे स्वयं कंबल, तकिया खरीदते हैं। विभाग की ओर से यहां पढ़ने वाले बच्चों के खाते में राशि जारी होती है।
इनका कहना...जिला शिक्षा अधिकारी पीएस सोलंकी का कहना है कि स्कूल शिक्षा विभाग और राज्य शिक्षा केंद्र के हॉस्टल में कंबल उपलब्ध हैं। स्वेटर हर साल खरीदे जाते हैं। खरीदने की तैयारी चल रही है। अधीक्षकों से इसकी जानकारी मांगी गई है।
इनका कहना…जनजातीय कार्य विभाग के प्रभारी सहायक आयुक्त विवेक पांडेय का कहना है कि एससी हॉस्टलों में पिछले सत्र में कंबल आपूर्ति किए गए हैं। चालू सत्र में हॉस्टलों में चेक कराएंगे। अभी किसी भी हॉस्टल से कंबल की डिमांड नहीं आई है। डिमांड के आधार पर आगे की प्रकिया की जाएगी। हॉस्टल की व्यवस्था को लेकर अधीक्षकों की बैठक जल्द बुलाएंगे।-विवेक पांडेय, प्रभारी, सहायक आयुक्त, जनजातीय कार्य विभाग
अपर संचालक ने निरीक्षण कर देखी व्यवस्थाएं
जनजातीय कार्य विभाग के हॉस्टलों का अपर संचालक ने निरीक्षण कर व्यवस्थाएं देखी। रोशनी में स्थित एकलव्य छात्रावास में छात्रों से सुविधाओं की जानकारी ली। इससे पहले उन्होंने खालवा में हॉस्टल और जनजातीय स्कूलों के प्राचार्यों के साथ बैठक ली। छात्राओं को मिलने वाली सुविधाओं पर चर्चा की। अपर संचालक ने प्राचार्यों से कहा कि शिक्षा गुणवत्ता पर विशेष ध्यान दें। कोर्स पूरा कराएं। बोर्ड परीक्षा की तैयारियां अभी से शुरू कराएं। इस दौरान विभागीय अधिकारी मौजूद रहे।