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आपकी बात, गरीबी उन्मूलन में सबसे बड़ी बाधा क्या है?

locationनई दिल्लीPublished: Oct 29, 2020 06:09:54 pm

Submitted by:

shailendra tiwari

पत्रिकायन में सवाल पूछा गया था, आपके जवाब मिले। पेश हैं चुनिंदा जवाब

ये गरीबी है साहब! न तो बच्चों के तन ढकने कपड़े और न ही मिलता है पूरा चावल, राशन के लिए मुर्गा की डिमांड

Poor family

जरूरी है जनसंख्या नियंत्रण
गरीबी उन्मूलन में सबसे बड़ी बाधा जनसंख्या का तीव्र गति से बढऩा है। आजकल जिस गति से महंगाई बढ़ रही है, उसके अनुसार व्यक्ति एक या दो बच्चों का ही पालन-पोषण बड़ी मुश्किल से कर पाता है। परिवार में 5-7 बच्चेे हों, तो निश्चित रूप से उनका लालन-पालन मुश्किल होता है। बच्चों की शिक्षा-दीक्षा ठीक ढंग से न हो पाएगी, ना ही उनकी जीवनशैली सुधर पाएगी। दिनोंदिन उस परिवार में गरीबी बढ़ती ही चली जाएगी। हमें अगर गरीबी का उन्मूलन करना है तो निश्चित रूप से जनसंख्या नियंत्रण पर एक कड़ा कानून बनाना पड़ेगा।
-डॉ. विपुल कुमार, भवालिया ,अलवर
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इच्छाशक्ति का अभाव
गरीबी उन्मूलन में सबसे बड़ी बाधा इच्छाशक्ति की कमी है। इसी के चलते लचर योजनाएं बनती हैं। जो भी योजना बनती है, सरकारी मशीनरी उसके क्रियान्वयन में उदासीन रहती है। मनरेगा में भी आधे-अधूरे भुगतान के बावजूद 100 दिन ही रोजगार मिलता है। सरकारों और राजनीतिक दलों में गरीबी उन्मूलन की इच्छाशक्ति से समस्या का समाधान हो सकता है। स्वरोजगार को प्रोत्साहित किया जाना चाहिए।
-लिखमाराम ज्याणी, लालगढ़, चूरू
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व्यवस्था में सुधार जरूरी
आजादी के बाद से ही हर सरकार ने गरीबी उन्मूलन के लिए बहुत प्रयास किए हंै, मगर आज भी हालात में खास सुधार नहीं है। गरीबी उन्मूलन के लिए कई योजनाएं बनी हंै, मगर उनका क्रियान्वयन सही रूप से नहीं होता है। भष्टाचार और अफसरशाही इन योजनाओं को सफल नहीं होने देती और ना ही उनकी प्रभावी मॉनिटरिंग होती है। परिणामस्वरूप योजनाओं का लाभ गरीबों को नहीं मिल पाता है। शिक्षा व जागरूकता की कमी के चलते भी ये योजनाएं दम तोड़ देती हैं। जब तक व्यवस्था में सुधार नहीं होगा, तब तक गरीबी उन्मूलन की योजनाओं का कोई खास औचित्य नहीं।
-गुमान दायमा, हरसौर,नागौर
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जनसंख्या वृद्धि प्रमुख बाधा
जनसंख्या में अनियंत्रित वृद्धि गरीबी उन्मूलन में सबसे बड़ी बाधा है। बढ़ती जनसंख्या से मौजूदा संसाधनों पर अतरिक्त भार बढ़ता है। रोजगार के इतने नए अवसर सृजित नहीं होते की पूरी जनसंख्या को रोजगार मिल सके। अत: गरीबी उन्मूलन के लिए बढ़ती जनसंख्या को नियंत्रित किया जाना आवश्यक है ।
-हनुमान बिश्नोई, जयपुर
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रोजगार पर दिया जाए ध्यान
गरीबी उन्मूलन के लिए सबसे जरूरी है गरीब की सही तरीके से पहचान करना, क्योंकि गरीबी उन्मूलन योजनाओं का आधे से ज्यादा लाभ वे लोग ले रहे हैं जिनका गरीबी से कोई सरोकार ही नहीं। उसके बाद सरकार को प्रत्यक्ष आर्थिक सहयोग की अपेक्षा गरीब परिवार को रोजगार देने सम्बन्धी योजनाओं पर अधिक ध्यान देना चाहिए ताकि गरीबी का स्थाई समाधान हो सके।
-सुमित बिश्नोई, श्री गंगानगर
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योजनाओं का सही तरीके से क्रियान्वयन भी हो
गरीबी उन्मूलन के लिए सरकार अनेक प्रकार की योजनाएं चला रही हैंं। आवश्यकता है उनके सही तरीके से क्रियान्वयन की। इसके लिए पारदर्शिता व प्रभावी पर्यवेक्षण सुनिश्चित किया जाना चाहिए। तंत्र को भ्रष्टाचार मुक्त करना अहम कदम होना चाहिए।
-पूनम, पीलीबंगा, हनुमानगढ़
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बढ़ती आबादी है गरीबी का कारण
देश में निरंतर बढ़ती आबादी गरीबी उन्मूलन में सबसे बड़ी बाधा है। बेरोजगारों को रोजगार उपलब्ध कराना सरकार के लिए सबसे बड़ी चुनौती है। गरीबों को अनाज उपलब्ध करवाने तथा मनरेगा जैसी योजनाओं के बावजूद हालात खराब हैं। विकास योजनाओं को भ्रष्टाचार से बचाना जरूरी है। गरीबी को पूर्णतया समाप्त करने के लिए जनसंख्या नियंत्रण तथा गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लिए विशेष कार्यक्रमों को गंभीरता से लागू किया जाना चाहिए।
-निष्ठा टहिलयानी, जयपुर
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महज वोटर है गरीब
सरकार गरीबों को वोटर के अतिरिक्त कुछ नहीं समझती। जनकल्याण की अनेक योजनाए चल रही हैं, जिनका लाभ जरूरतमंद तक लेकिन वे पात्र व्यक्ति तक नहीं पहुंचती हैं।
-गोपाल यादव, दुर्ग, छत्तीसगढ़
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जरूरी है शिक्षा
गरीबी वर्तमान समय में भारत ही नहीं, अपितु समूचे विश्व के लिए बड़ी समस्या है। इसके उन्मूलन का सबसे अच्छा उपाय शिक्षा का प्रचार-प्रसार है। लोगों को शिक्षित बनाकर इस समस्या से निजात पाई जा सकती है। शिक्षा के प्रभाव से सरकारी जनकल्याणकारी योजनाओं का क्रियान्वयन आसानी से किया जा सकता है।
-जानकी वल्लभ शर्मा, आमेर, जयपुर
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स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा दिया जाए
तीव्रता से बढ़ती हुई जनसंख्या, आजीविका के संसाधनों का अभाव, सरकारी योजनाओं का धरातल पर सही क्रियान्वयन नहीं होना, संसाधनों का अनियमित वितरण गरीबी उन्मूलन में सबसे बड़ी बाधा है। गरीबी उन्मूलन के लिए आवश्यक है कि स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा दिया जाए। किसानों को सशक्त बनाने के प्रयास किए जाएं। पिछड़े हुए लोगों को मुख्यधारा में जोड़ा जाए। ग्रामीण क्षेत्रों में स्थानीय रोजगार को प्रोत्साहित किया जाए।
-कमलेश गुर्जर, डारडा तुर्की, टोंक
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सम्मिलित प्रयास जरूरी
गरीबी मिटाने के लिए केंद्र और राज्य सरकारों को मिलकर प्रयास करने चाहिए। गरीब परिवारों का आकलन नए सिरे से होना चाहिए। विभिन्न सरकारी योजनाओं का लाभ वे लोग ले लेते हैं, जो वास्तव में गरीब ही नहीं हैं। गरीबों के फंड का पैसा सक्षम परिवारों के पास चला जाता है। हर हाथ को काम मिले, जिससे गरीबी पर लगाम लग सके।
-अरविंद भंसाली, जसोल
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सबसे बड़ी बाधा बेरोजगारी
गरीबी उन्मूलन में सबसे बड़ी बाधा बेरोजगारी है। गरीब को स्वरोजगार के लिए आसानी से ऋण भी नहीं मिलता। वह मेहनत करने के बावजूद गरीब ही बना रहता है, क्योंकि बढ़ती महंगाई उसे ऊपर नहीं उठने देती। सरकारी योजनाएं तो बहुत बनती हैं, किंतु भ्रष्टाचार के कारण उनका वास्तविकता के धरातल पर क्रियान्यवन ही नहीं हो पाता।
-मोहित सोनी, कुक्षी, धार, मप्र
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भ्रष्टाचार ने बढ़ाई मुश्किल
गरीबी उन्मूलन में यदि सबसे बड़ी कोई बाधा है तो वह है भ्रष्टाचार तथा भ्रष्ट तंत्र। गरीबों के लिए जितनी योजनाएं देश में चल रही हंै, उनके लिए जो धन उपलब्ध कराया जाता है उसका 60 प्रतिशत भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ जाता है। गरीबी ही नहीं देश के संपूर्ण विकास के लिए भ्रष्टाचार रूपी भस्मासुर बाधा है।
-रामकृष्ण पाटिल, अहलवाडा, हरदा, मध्य प्रदेश
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नहीं मिलता फायदा
अनेक कल्याणकारी योजनाएं संचालित हंै, लेकिन भ्रष्टाचार के कारण गरीबों को इनका फायदा नहीं मिल रहा है। नेता वोट बैंक की राजनीति करते है। जिम्मेदार अफसर बच निकलते है और गरीबी वैसी की वैसी बनी रहती है।
-सुरेश कुमार शर्मा, बरसिंहपुरा, पलसाना, सीकर
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योजनाओं का क्रियान्वयन ठीक नहीं
सरकारी योजनाओं का सही और सटीक क्रियान्वयन नहीं होना ही गरीबी उन्मूलन में सबसे बडी़ बाधा है। पात्र लोग खुद भी जागरूक नहीं हैं। आर्थिक विषमता को पाटने के लिए समाज भी अपनी सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित करे, तो गरीबी को मिटाने के प्रयास सार्थक होंगे।
-यशपाल जोरासिया, पूंजपुर
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सही व्यक्ति तक नहीं पहुंच रहा लाभ
देश में गरीबी उन्मूलन की योजनाएं तो बहुत हंै, लेकिन भ्रष्टाचार और प्रभावहीन प्रबंधन की वजह से गरीबों के लिए बनी सरकारी योजनाएं सफल नहीं हो पा रही हैं। कहीं गरीबी का राजनीतिकरण हो रहा है तो कहीं योजनाओं को बिचौलिए धरातल पर ही नहीं उतरने देते। इससे गरीबी उन्मूलन कार्यक्रम का लाभ सही व्यक्ति तक नहीं पहुंच रहा।
-पंकज नेहरा, चुरू
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