बचपन से ही एक बीमारी है अपना भविष्य जानने की। लंगोटिया मित्र राधे के संग अक्सर तोता पंडितों से आगत जानने की चेष्टा करते रहते थे। मैट्रिक के परचों से पहले दोनों फुटपाथी ज्योतिषों से अपना हाथ बंचवाते कि इस बार पास होंगे कि नहीं।
•Oct 28, 2015 / 05:01 am•
afjal