पश्चिम बंगाल में मिली सफलता के बाद तृणमूल कांग्रेस की नजर त्रिपुरा पर टिक गई है। इस राज्य में पार्टी की जीत उसे राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा दिलाने में अहम भूमिका निभा सकती है। यही वजह है कि तृणमूल राज्य में अपना अभियान शुरू करने के लिए पूरी तरह तैयार है। कांग्रेस भी सक्रिय नजर आ रही है। कांग्रेस ने बीरजीत सिन्हा को पार्टी की त्रिपुरा इकाई का प्रमुख नियुक्त किया है।
विपक्ष राज्य की कानून व्यवस्था के मुद्दे पर सरकार को घेरने की कोशिश में है। विपक्षी सदस्यों ने सदन से वॉकआउट किया। दूसरी ओर सत्तारूढ़ पार्टी विपक्ष को रोकने के लिए हर हथकंडे अपना रही है। राज्य सरकार टीएमसी को त्रिपुरा में रैलियां करने से रोक रही है। सरकार ने पश्चिम और पूर्व अगरतला पुलिस थाना क्षेत्रों में धारा 144 लागू कर दी है। मुख्यमंत्री बिप्लब कुमार देब विपक्ष के तमाम आरोपों को खारिज कर रहे हैं। माना जा रहा है कि राज्य में आने वाले समय में सत्तापक्ष और विपक्ष के बीच टकराव बढ़ेगा।
– रवीन्द्र राय