ओपिनियन

दावे और हकीकत

सरकारें आईं और चली गईं। सबने जवानों के वेतन-सुविधाएं बढ़ाने की बात की लेकिन दावे और जमीनी हकीकत का अंतर लगातार बढ़ता जा रहा है

Jan 12, 2017 / 11:00 pm

शंकर शर्मा

opinion news

सीमा सुरक्षा बल के एक जवान की घटिया खाना मिलने की शिकायत का मामला शांत हुआ भी नहीं था कि बिहार में एक जवान ने गोली मारकर अपने चार साथियों की हत्या कर दी। जवान की शिकायत थी कि उसे छुट्टियां नहीं मिलती। दोनों घटनाएं सीमा और दूसरी जगह कार्यरत जवानों की दयनीय हालत का बयान करती हैं। दोनों जवानों की शिकायतों में कितना दम है, इन आरोपों की जांच हो रही है।

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