राठी जी बोले – अरे, पर बेटा चिंता तो होती है न भविष्य में हमारी कमाई कम हो जाएगी। वह मुझे मोबाइल का एक संदेश दिखाते हुए बोले कि कहा जा रहा है सरकारी खजाना खाली है इसलिए ब्याज कम मिलेगा। मैंने समझाया कि समय एवं परिस्थितियां इतनी जल्दी-जल्दी नए रूप ले रही है कि सरकार खुद फैसले लागू करने को लेकर दुविधा में है, लेकिन आप इतने भयभीत भी न हों। अभी सभी निवेश विकल्पों पर विचार कीजिए, पर निर्णय बाद में लीजिए। आपके कुल अल्प बचत निवेश के 10त्न के जोखिम स्तर को बदल देने से समस्या हल हो जाएगी, आय अपने स्तर पर बनी रहेगी। अपेक्षित विकल्प ये है कि अपनी कुल अल्प जमा बचत का 10त्न भाग टैक्स फ्री बांड्स में निवेश कर दीजिए (अगर आप दीर्घकाल तक रख सकते हैं तो), अगर आपको तरलता चाहिए तो यही 10त्न सोने में निवेश कर दीजिए ये बढ़ता रहेगा या अगला विकल्प है कि हाई ग्रोथ म्यूचुअल फंड में निवेश कर दीजिए। एक विकल्प यह भी है कि इस 10त्न को किसी अच्छे आइपीओ में लगाइए। अगर 10त्न राशि ज्यादा है तो उपरोक्त सभी में मिलाकर निवेश कर दीजिए। मतलब यह कि 10त्न निवेश में दिमाग तो लगाना पड़ेगा तभी हम अपनी आय बनाए रख पाएंगे, वे दिन गए जब निवेश कर दो और भूल जाओ। अब हमारी निवेश नीति समय के साथ चलने वाली होनी चाहिए।
(लेखक सीए, ऑडिटिंग एंड अकाउंटिंग स्टैंडर्ड, कानूनी मामलों के जानकार हैं