आपकी बात, कड़े कानूनों के बावजूद महिलाओं से जुड़े अपराध क्यों बढ़ रहे हैं?
पाठकों की मिलीजुली प्रतिक्रियाएं मिलीं, पेश हैं चुनिंदा प्रतिक्रियाएं
कई हैं खामियां
कड़े कानून के बावजूद महिलाओं से जुड़े अपराध बढ़ रहे हैं। हमारी न्याय प्रणाली भी बहुत ढीली है। फास्ट ट्रैक अदालतों और न्यायाधीशों की कमी है। इस वजह से दोषियों को समय पर सजा नहीं मिल पाती है। कई मामलों में सबूत का अभाव होने के कारण अपराधी आसानी से छूट जाते हैं या उन्हें जमानत मिल जाती है। पुलिस जवानों और अधिकारियों की कमी होने से समुचित जांच नहीं कर पाती है। बहुत बार अपराधियों को राजनेताओं और पुलिस का संरक्षण मिल जाता है। कड़े कानून बनाने का फायदा हमें जब होगा जब उनको सख्ती से लागू किया जाए। समाज को भी महिलाओं के प्रति सोच को बदलना होगा।
-मोदिता सनाढ्य, उदयपुर
……
हर माह हो समीक्षा बैठक
महिलाओं पर अत्याचार करने वालों को आजीवन कारावास की सजा होनी चाहिए। महिलाओं से जुड़े अपराधों की रोकथाम के लिए हर राज्य के गृह मंत्री की केंद्रीय गृह मंत्रालय में हर माह समीक्षा बैठक आयोजित होनी चाहिए। इस तरह के मामलों में लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों पर एफआइआर दर्ज कर उन्हें पद से हटाने की कार्रवाई होनी चाहिए।
-आलोक वालिम्बे, बिलासपुर, छत्तीसगढ़
…………..
तेजी से हो फैसला
महिलाओं की सुरक्षा के लिए कठोर कानून तो बने हैं, लेकिन न्यायिक प्रक्रिया में सजा देरी के कारण अपराधियों के हौसले बुलंद हैं। ऐसे में विकृत मानसिकता वाले लोगों को शह मिलती है। हर जगह कड़ी सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध हों। ऐसे मामले फास्ट ट्रैक कोर्ट में जाने चाहिए, जिससे अपराधी को शीघ्र सजा मिल सके।
-निर्मला देवी वशिष्ठ, राजगढ़, अलवर
….
नशे की बढ़ती प्रवृत्ति भी है कारण
नशे की बढ़ती प्रवृत्ति के कारण महिलाओं के विरुद्ध अपराध बढ़ते जा रहे है। कड़े कानूनों का पता न होना भी एक कारण है। महिलाओं को देर रात और सुनसान जगह पर अकेले नहीं जाना चाहिए। पुलिस को सक्रिय किया जाना चाहिए।
-मोहन लाल सिन्धी, मावली जंक्शन
……….
पोर्न साइटों को प्रतिबंधित किया जाए
जब तक समस्या के मूल कारण को नहीं पहचाना जाएगा उसका हल निकालना मुश्किल होगा। महिला सुरक्षा के लिए नशे की रोकथाम के साथ इंटरनेट पर पोर्न साइटों को प्रतिबंधित करना होगा। महिलाओं को भी जागरूक होना पड़ेगा।
-गजाला परवीन, जयपुर
…….
नैतिकता और अनुशासन भी जरूरी
कोई भी कानून अपराधी को सजा देने के लिए बनाए जाते हैं। अपराध में वृद्धि समाज में नैतिकता और अनुशासन की कमी के कारण हो रहे हंै। कानून तो अपराध होने के बाद अमल में आते हैं।
-फजल अकबर जई, बैतूल, मप्र
……………
राजनीतिक संरक्षण भी जिम्मेदार
कई बार अपराधी को जमानत पर भी छोड़ दिया जाता है। ऐसे अपराधी पीड़िता को धमकी देते रहते हैं। कई बार महिलाएं समाज के डर से भी कानून की मदद नहीं लेती हैं। राजनीतिक संरक्षण के कारण भी अपराधी निडर होकर अपराधों को अंजाम देते हैं। पुलिस सबूत कोर्ट में समय पर प्रस्तुत कर दे व कोर्ट शीघ्र ही अपराधी की सजा तय कर दे तो महिलाओं से जुड़े अपराध कम हो सकते हैं।
-लता अग्रवाल, चित्तौडग़ढ़
Hindi News/ Prime / Opinion / आपकी बात, कड़े कानूनों के बावजूद महिलाओं से जुड़े अपराध क्यों बढ़ रहे हैं?