कोरोना टीके के बाद लोग लापरवाह होते जा रहे हैं। लोगों के मन में जो भय पहले था, वह वैक्सीन आने के बाद लगभग समाप्त-सा हो गया है। अब लोग कोरोना गाइडलाइंस की पालना कोरोना से बचने के लिए नहीं, बल्कि कानूनी दंड से बचने के लिए कर रहे हैं। लेकिन वैक्सीन के साथ-साथ अब भी धैर्य और सावधानी रखने की आवश्यकता है।
-नरेश सुथार, बीकानेर
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लोगों में जागरूकता की कमी है। डॉक्टर, वैज्ञानिक बता चुके हैं कि टीका लगने के बाद भी हमें कम से कम छह माह तक मास्क पहनना जरूरी है, फिर क्यों लोग इस बात से अनजान होकर लापरवाही कर रहे हैं।
-मुस्तफा नकवी पारुल, ग्वालियर, मध्य प्रदेश
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लोगों ने मास्क, दो गज की दूरी पर ध्यान देना बंद कर दिया है। टीका सभी को लगवाना चाहिए। टीके को लेकर ग्राम पंचायत, शहरी क्षेत्र व सभी सोशल, प्रिंट मीडिया व एन.सी.सी. कैडेटों का सहयोग लेकर लोगों को जागरूक कर उन्हें टीका लगवाने के लिए प्रेरित करना चाहिए।
-आलोक वालिम्बे, बिलासपुर, छत्तीसगढ़
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हम सबने करोना वैश्विक महामारी का भयावह रूप देखा है। भले ही महामारी का प्रभाव घट गया हो, लेकिन सावधानियों का स्थाई रूप से स्वभाव बनाना चाहिए। सावधानी ही सुरक्षा है।
-नरेन्द्र कुमार शर्मा, जयपुर
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देखने में आ रहा है कि अधिकतर लोग सैनिटाइजर और मास्क का उपयोग करना छोड़ चुके हैं। लोगों की यही असावधानी कभी भी महामारी को बढ़ा सकती है। हमें याद रखना चाहिए कि अभी भी अधिकतर देश कोरोना वैक्सीन के आने के बाद भी कोरोना के बढ़ते संक्रमण से जूझ रहे हैं। वास्तविकता यह है कि संपूर्ण देश के लोगों का टीकाकरण करने में लगभग एक से डेढ़ साल का समय लगेगा, तब तक लोगों को विशेष सावधानी रखनी होगी। रोग से बचाव ही उपचार है।
-शुभम वैष्णव, सवाई माधोपुर, राजस्थान
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लोगों को गलतफहमी हो गई है कि कोरोना का टीका लगने के बाद भविष्य में कभी भी यह बीमारी नहीं होगी। ऐसा नहीं है। मास्क ही कोरोना का बचाव है। लोगों को टीके के बाद भी इस महामारी को लेकर लापरवाह नहीं होना चाहिए।
-सुरेंद्र बिंदल, मॉडल टाउन जयपुर
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कोरोना का संक्रमण काफी खतरनाक है। थोड़ी-सी लापरवाही से यह एक से दूसरे में प्रवेश कर जाता है। हमने इसकी भयावहता को देखा है। अब भी कोरोना के मरीज मिल रहे हैं। आवश्यक सुरक्षा के साधन को अपनाना होगा। उसमें कोई ढील नहीं बरतनी है।।
-साजिद अली, इंदौर
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कोरोना भले ही अब साइलेंट मोड पर आ गया हो, लेकिन टीका सभी को लगवाना है। इसके साथ मास्क पहनना, हाथों की सफाई व दूरी की पालना सभी के हित में है।
-डा. प्रभु सिंह, झोटवाड़ा जयपुर
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जब से कोरोना का टीकाकरण शुरू हुआ है, लोगों में कोरोना का डर खत्म-सा हो गया है। सार्वजनिक जगहों पर भी कई लोग बिना मास्क के देखे जा रहे हैं। सेनिटाइजर को तो लोग भूल ही गए हैं। प्रशासन भी अब इतनी सख्ती नहीं दिखा रहा है। हमें अभी भी कोरोना से जुड़ी सभी गाइडलाइन का पालन करना चाहिए और जब तक संपूर्ण टीकाकरण और इस वायरस का इलाज न मिले, तब तक पूरी सावधानी रखनी चाहिए।
-लालू वैष्णव प्रसाद, अगवरी, जालौर
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कोरोना महामारी की वैक्सीन आना कोई रामबाण औषधि नहीं है। हमें अपना बचाव तो रखना ही चाहिए। ‘सावधानी हटी-दुर्घटना घटीÓ इस बात को नहीं भूलना चाहिए। -कैलाश चन्द्र मोदी, सादुलपुर, चूरु
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अभी यह तय नहीं है कि वैक्सीन का असर कितने लंबे समय तक रहेगा। विशेषज्ञों का कहना है कि टीकाकरण के बाद भी मास्क पहनने, साफ -सफाई रखने और सोशल डिस्टेंसिंग जैसे नियमों का पालन करने की आदत बरकरार रखनी होगी। ऐसा न हो कि यह लापरवाही आगे चलकर भारी पड़े।
-कमलेश कुमार कुमावत, चौमू, जयपुर
कोविड गाइड लाइन का बेहतर पालन नहीं किया गया, जिससे यह फैलता चला गया। अब टीके के बाद लोग आश्वस्त हो गए हैं कि अब हमें यह बीमारी कभी नहीं होगी। यह प्रवृत्ति ठीक नहीं है। इसलिए सावधानी बरतें।
-राजेन्द्र बागड़ा, जायल