देशभर में सरकारी नौकरी के लिए एक परीक्षा उचित नहीं है। हर विभाग की कार्यप्रणाली व प्रबंधन अलग-अलग होने से प्रश्नपत्रों का अलग-अलग होना जरूरी है, वहीं सम्बंधित विभाग के प्रश्नपत्र बनाना जरूरी है। ऐसे में एक परीक्षा का आयोजन सही नहीं लगता।
-शिवजी लाल मीना, जयपुर
…………………….
देशभर में सरकारी नौकरी के लिए एक परीक्षा उचित है, क्योंकि अलग-अलग परीक्षा से युवाओं को को ज्यादा धन खर्च करना पड़ता है। समय भी ज्यादा लगता है। एक परीक्षा होने से पूरे देश में कॉम्पिटिशन का माहौल पैदा होगा। पेपर लीक की समस्या से निजात मिलेगी। अत: यह उचित कदम हैं।
-तरुण प्रकाश रंगा, नोखा, बीकानेर
………………..
केंद्र सरकार सरकारी नौकरियों के लिए नई व्यवस्था कर रही है। इस व्यवस्था के अनुसार अब अलग-अलग नौकरियों के लिए अलग-अलग टेस्ट एवं इधर-उधर भटकने की जरूरत भी नहीं होगी। भर्ती प्रक्रिया में सुधार को लेकर राष्ट्रीय भर्ती एजेंसी को केंद्र सरकार ने स्वीकृति प्रदान कर दी है। इसके तहत ग्रुप सी व ग्रुप डी की नौकरी के लिए आवेदक एक ही कॉमन एलिजिबिलिटी टेस्ट के आधार पर अलग-अलग विभागों की भर्ती परीक्षा में शामिल होने के पात्र होंगे। इस टेस्ट की वैधता तीन साल होगी। इस प्रावधान के तहत हर जिले में परीक्षा केंद्र भी होगा। इस सिस्टम से नौकरियों की भर्ती प्रक्रिया में अपेक्षित पारदर्शिता आ सकेगी। ।
-किशन खारड़ा, बीकानेर
……………
अब रेलवे, बैंक, एसएससी की तैयारी कर कर रहे युवाओं को अलग अलग-परीक्षा शुल्क से छुटकारा मिलेगा। परीक्षा केन्द्र जिले में होगा तथा दो परीक्षाओं की तिथियां में जो टकराव की समस्या होती थी, उससे निजात मिलेगी। वर्ष मे दो बार परीक्षा होने से पर्याप्त तैयारी का अवसर मिलेगा। मॉक टेस्ट जैसी व्यवस्था ग्रामीण क्षेत्र के युवाओं के लिए मील का पत्थर सबित होगा, क्योंकि इससे प्रश्न पत्र किस प्रकार का होगा, समझने में आसानी होगी
-कमल वर्मा, फुलेरा, जयपुर
………………….
देशभर में सरकारी नौकरी के लिए एक परीक्षा लेना बिल्कुल भी उचित नहीं है। ग्रामीण वर्ग से जुड़े युवा ग्रेजुएशन व पोस्ट ग्रेजुएशन करने तक खेती व मजदूरी परिवार की मदद करते हैं। अत: उन्हें परीक्षा की तैयारी के लिए बहुत कम समय मिल पाता है, वहीं बड़े शहरों में रहने वाले युवा महंगे कोचिंग संस्थानों वर्षों तैयारी करके आएंगे।
जयराम बुरडक, लाडनूं , जिला नागौर
…………
एक ही परीक्षा होने सेे बार-बार परीक्षा देने की समस्या से मुक्ति मिलेगी। भर्ती परीक्षा की तैयारी के नाम से हो रहे अनावश्यक खर्च में कमी आएगी, जैसे कोचिंग संस्थान, रहने का खर्च आदि। समय की बचत भी होगी।
-सुनिता पंचारिया, गुलाबपुरा, भीलवाड़ा
…………………
अलग-अलग परीक्षाओं के झंझट से मुक्ति मिलेगी। इस व्यवस्था से धन व समय की बर्बादी नहीं होगी। युवाओं को दूसरी परीक्षा तिथि टकराव से मुक्ति मिलेगी। साथ ही अधिक अवसर प्राप्त होंगे। नई नीति के अनुसार परीक्षा केंद्र जिला मुख्यालय पर होगा, जिससे लंबी यात्रा से निजात मिलेगी। साथ ही इसके अंक 3 वर्ष तक मान्य होंगे। अन्य भर्ती परीक्षा एजेंसियों द्वारा केवल दूसरे चरण की भर्ती परीक्षा का आयोजन किया जाएगा। अत: युवाओं को दूसरे चरण की भर्ती परीक्षा की तैयारी के लिए अच्छा समय मिलेगा। यह निर्णय युवा हित में उचित है
-पीएस राठौड़, जयपुर
……………
युवा वर्ग को लाभ
अब 10वीं, 12वीं और स्नातक के बाद सरकारी नौकरी के उम्मीदवारों को एक कॉमन एलिजिबिलटी टेस्ट (सीईटी) देना होगा। सीईटी के परीक्षा केंद्र हर जिले में बनाए जाने से लंबी यात्रा करने से मुक्ति मिलेगी। एक बार परीक्षा उत्तीर्ण करने पर इसकी वैधता तीन वर्ष तक मान्य रहेगी। हर वर्ष नई परीक्षा उत्तीर्ण करने का मानसिक तनाव भी समाप्त होगा। इसलिए सरकार का यह निर्णय युवा वर्ग के हित में है।
सुदर्शन सोलंकी, मनावर, धार, मध्यप्रदेश
……………..
देश भर में सरकारी नौकरियों के लिए एक परीक्षा अभ्यर्थियों के लिए देश के अलग-अलग इलाकों में समान अवसर प्राप्त करने में सहायक होगी। अलग-अलग पदों के लिए अलग-अलग शुल्क नहीं भरने पड़ेंगे और अभ्यर्थियों का समय भी बचेगा।
गोपाल अरोड़ा, जोधपुर
……………
सरकारी नौकरी के लिए एक ही परीक्षा बेरोजगारों के लिए वरदान साबित होगी, क्योंकि अब उन्हें बार-बार आवेदन पत्र भरने, आवेदन शुल्क चुकाने आदि से राहत मिलेगी। इस समय को वे परीक्षा तैयारी में लगा सकेंगे। इससे मानसिक रूप से वे अधिक तंदुरुस्त रह पाएंगे।
-छगनलाल व्यास खंडप, बाड़मेर
…………………
केंद्र सरकार ने नई राष्ट्रीय भर्ती एजेंसी (एनआरए) के गठन का ऐलान किया है। यह एजेंसी राष्ट्रीय साझा परीक्षा (सीईटी) लेगी और इसी के जरिए भर्तियां होंगी। इससे अभ्यर्थियों का समय बचेगा। साथ ही युवाओं को एक ही परीक्षा से विभिन्न अवसर मिलेंगे !
-कंवरी लाल देवासी, बोरुंदा, राजस्थान
…………………
केंद्र सरकार ने नेशनल रिक्रूटमेंट एजेंसी के गठन को मंजूरी दे दी है। अब इसमें 10वीं, 12वीं और स्नातक पास उम्मीदवार सरकारी नौकरी के लिए एक ही परीक्षा दे सकेगा। यह प्रक्रिया सबके लिये हितकारी रहेगी। इससे युवाओं का पैसा बचेगा और अनावश्यक दौड़-धूप से निजात मिलेगी।
-अरुण भट्ट, रावतभाटा, राजस्थान
………………….
अभी केंद्रीय नौकरियों के लिए 20 से ज्यादा एजेंसियां टेस्ट करवाती हैं। अब सरकारी नौकरियों की भर्ती प्रक्रिया में केंद्र सरकार ने अहम सुधार किया है। केंद्रीय कैबिनेट ने नेशनल रिक्रूटमेंट एजेंसी को मंजूरी दे दी है। यह एजेंसी ग्रुप बी और सी के गैर तकनीकी पदों के लिए उम्मीदवारों की स्क्रीनिंग के लिए कॉमन एलिजिबिलिटी टेस्ट (सीईटी) करवाएगी। पूरे देश में एक परीक्षा का आयोजन होगा। इस परीक्षा में बैठने वाले उम्मीदवारों को कई पदों के लिए प्रतिस्पर्धा का मौका मिल सकेगा। प्रारंभिक परीक्षा में क्वालीफाई करने वाले अगली परीक्षा में बैठ सकेंगे।
-करण सोलंकी, तखतगढ़, पाली
…………….
कई सारी परीक्षाएं के सेंटर दूरदराज के शहरों में होने से ग्रामीण क्षेत्र या कस्बे की युवतियां इनमें भाग नहीं ले पातीं। अब एकीकृत केंद्रीयकृत भर्ती प्रणाली की वजह से वे सुगमता से परीक्षा दे सकेंगी। इसका स्कोर तीन वर्ष तक मान्य होगा।
श्रीमती प्रीति गुप्ता, कोटा
…………………….
देशभर में सरकारी नौकरी के लिए एक परीक्षा का आयोजन अच्छा कदम है। इससे अभ्यर्थियों के समय, श्रम व धन तीनों की बचत होगी। साथ ही साथ अभ्यर्थी शारीरिक व मानसिक रूप से भी स्वस्थ रहेगा। इससे अभ्यर्थियों को और अच्छे से तैयारी करने का मौका मिलेगा।
-सुरेन्द्र सिंह राजपूत, दौसा
………………..
झंझट से मुक्ति
देशभर में सरकारी नौकरी के लिए एक परीक्षा सरकार का सराहनीय कदम है। इससे कई परीक्षाओं में बैठने के झंझट से परीक्षार्थियों को मुक्ति मिलेगी, वहीं बार-बार परीक्षा फीस नहीं देनी होगी। परीक्षा देने के लिए लंबी लंबी यात्राएं नहीं करनी होगी। इससे युवाओं का पैसा बचेगा। समय बचेगा ,मानसिक स्वास्थ्य ठीक रहेगा।
-भुवनेश त्रिवेदी, महवा, दौसा
…………….
देश के करोड़ों युवाओं को फायदा मिलेगा। सरकारी नौकरी के लिए युवाओं को कई परीक्षाएं देनी पड़ती हैं। ये सब समाप्त करने के लिए राष्ट्रीय भर्ती संस्थान की स्थापना होगी। यह संस्थान कॉमन एलिजिबिलिटी टेस्ट लेगा।
-संगीता जिन्दोलिया, आमेर
…………….
सरकारी नौकरियों में पहले चरण की परीक्षा को एक साथ करवाने का निर्णय सराहनीय है। बार-बार परीक्षा देने से मुक्ति मिलेगी। परीक्षा तनाव और आर्थिक बोझ कम होगा। समय का सदुपयोग होने के साथ-साथ देश के संसाधनों के कुशलतम उपयोग की दिशा में बेहतर कदम साबित होगा।
-मनोज चौपड़ा, बायतु, बाड़मेर
……………..
सरकारी नौकरी के लिए एक ही परीक्षा का फैसला भविष्य में परीक्षाओं के संचालन में आने वाली परेशानियों से मुक्ति दिलाने में सक्षम सिद्ध होगा। विभिन्न स्तरों पर अनावश्यक वसूले जाने वाले शुल्कों से परीक्षार्थियों को मुक्ति मिलने की संभावना है। साथ ही परीक्षाओं के परिणाम समय पर घोषित हो पाएंगे, जिससे निर्धारित अवधि में योग्य परीक्षार्थियों को रोजगार मिलने के द्वार खुल जाएंगे।
-डॉ. अजिता शर्मा, उदयपुर