आर्थिक विषमता कम की जाए
भुखमरी की समस्या का मुख्य कारण आय का असमान वितरण है क्योंकि असल में वही लोग भुखमरी से पीडि़त हैं जिनकी पर्याप्त आय नहीं है। यानी इतनी भी आय नहीं है कि वे दो वक्त का खाना खा सकें। जब देश के संसाधनों का अधिकतम हिस्सा पूंजीपतियों के पास होता है, तो वंचितों की संख्या में बढ़ोतरी होती है। भुखमरी की इस समस्या से निपटने के लिए संसाधनों का सही वितरण जरूरी है।
महिमा टाक
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भुखमरी की समस्या का मुख्य कारण आय का असमान वितरण है क्योंकि असल में वही लोग भुखमरी से पीडि़त हैं जिनकी पर्याप्त आय नहीं है। यानी इतनी भी आय नहीं है कि वे दो वक्त का खाना खा सकें। जब देश के संसाधनों का अधिकतम हिस्सा पूंजीपतियों के पास होता है, तो वंचितों की संख्या में बढ़ोतरी होती है। भुखमरी की इस समस्या से निपटने के लिए संसाधनों का सही वितरण जरूरी है।
महिमा टाक
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खाद्य पदार्थों की बर्बादी रोकी जाए
गांवों में ऐसे परिवार जिनके पास भूमि का एक टुकड़ा भी न हो, उनके लिए कम से कम इतनी भूमि उपलब्ध करायी जाए कि वे गुजारा लायक उत्पादन कर लें। खाद्य पदार्थों की बर्बादी पर रोक लगाई जाए, जिससे प्रत्येक को जीने के लिए भोजन उपलब्ध हो सके। उपभोक्ताओं के बुनियादी ढांचे में सुधार किया जाए। पोषण योजनाओं के बारे में जागरूकता जरूरी है।
-खेमू पाराशर ,भरतपुर
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गांवों में ऐसे परिवार जिनके पास भूमि का एक टुकड़ा भी न हो, उनके लिए कम से कम इतनी भूमि उपलब्ध करायी जाए कि वे गुजारा लायक उत्पादन कर लें। खाद्य पदार्थों की बर्बादी पर रोक लगाई जाए, जिससे प्रत्येक को जीने के लिए भोजन उपलब्ध हो सके। उपभोक्ताओं के बुनियादी ढांचे में सुधार किया जाए। पोषण योजनाओं के बारे में जागरूकता जरूरी है।
-खेमू पाराशर ,भरतपुर
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पर्यावरण संरक्षण जरूरी
हर व्यक्ति का कर्तव्य है कि वह भोजन बर्बाद न करे, पर्यावरण की रक्षा करे। पर्यावरण सुरक्षित होने से वर्षा अच्छी होगी और फसल की पैदावार में बढ़ोतरी होगी, जिससे भुखमरी पर लगाम लगेगी।
– शिवपाल सिंह, नागौर
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हर व्यक्ति का कर्तव्य है कि वह भोजन बर्बाद न करे, पर्यावरण की रक्षा करे। पर्यावरण सुरक्षित होने से वर्षा अच्छी होगी और फसल की पैदावार में बढ़ोतरी होगी, जिससे भुखमरी पर लगाम लगेगी।
– शिवपाल सिंह, नागौर
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जनसंख्या वृद्धि और महंगाई
हमारे देश में दिन प्रतिदिन जनसंख्या बढ़ती जा रही है, जिसके कारण भारत में गरीबी एवं भुखमरी फैलती जा रही है। बढ़ती हुई महंगाई के कारण खाद्य सामग्री आम आदमी की पहुंच से दूर हो रही है। यदि सरकार मूल्य वृद्धि पर लगाम लगाए एवं जनसंख्या पर नियंत्रण करे, तो भुखमरी की समस्या काफी हद तक कम हो सकती है।
-सुरेंद्र बिंदल, जयपुर
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हमारे देश में दिन प्रतिदिन जनसंख्या बढ़ती जा रही है, जिसके कारण भारत में गरीबी एवं भुखमरी फैलती जा रही है। बढ़ती हुई महंगाई के कारण खाद्य सामग्री आम आदमी की पहुंच से दूर हो रही है। यदि सरकार मूल्य वृद्धि पर लगाम लगाए एवं जनसंख्या पर नियंत्रण करे, तो भुखमरी की समस्या काफी हद तक कम हो सकती है।
-सुरेंद्र बिंदल, जयपुर
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प्रकृति से न करें खिलवाड़
मानव को जीने के लिए भोजन की आवश्यकता होती है और भोजन के लिए हम सब प्राणी खाद्यान्न पर निर्भर हैं। मुश्किल यह है कि आधुनिकीकरण की दौड़ में हमने प्रकृति के साथ बहुत खिलवाड़ किया है, जिस कारण खाद्यान्न फसलों को नुकसान पहुंच रहा है। खाद्यान्न की कमी के कारण लोग भुखमरी के शिकार हो रहे हैं।
-शुभम वैष्णव ,सवाई माधोपुर
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मानव को जीने के लिए भोजन की आवश्यकता होती है और भोजन के लिए हम सब प्राणी खाद्यान्न पर निर्भर हैं। मुश्किल यह है कि आधुनिकीकरण की दौड़ में हमने प्रकृति के साथ बहुत खिलवाड़ किया है, जिस कारण खाद्यान्न फसलों को नुकसान पहुंच रहा है। खाद्यान्न की कमी के कारण लोग भुखमरी के शिकार हो रहे हैं।
-शुभम वैष्णव ,सवाई माधोपुर
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कोल्ड चेन प्रणाली का विस्तार किया जाए
खाद्य पदार्थों की बर्बादी रोकने के लिए कोल्ड चेन प्रणाली का विस्तार किया जाना चाहिए। साथ ही खाद्य प्रसंस्करण उद्योगों को प्रोत्साहित करना चाहिए। भुखमरी से बचने के लिए भोजन बर्बाद न करें। उतना ही लें थाली में, जो व्यर्थ न जाए नाली में।
-उपेंद्र मिश्रा, जयपुर
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खाद्य पदार्थों की बर्बादी रोकने के लिए कोल्ड चेन प्रणाली का विस्तार किया जाना चाहिए। साथ ही खाद्य प्रसंस्करण उद्योगों को प्रोत्साहित करना चाहिए। भुखमरी से बचने के लिए भोजन बर्बाद न करें। उतना ही लें थाली में, जो व्यर्थ न जाए नाली में।
-उपेंद्र मिश्रा, जयपुर
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जरूरी है रोजगार
शिक्षित और स्वावलंबी बनने से प्रत्येक मनुष्य अपना और अपने परिवार का पालन पोषण कर सकता है। युवा वर्ग को रोजगार आधारित शिक्षा पर ध्यान देना चाहिए। रोजगार मिलने पर भुखमरी की समस्या अपने आप ही खत्म हो जाएगी।
-महेंद्र सिंह गौतम, अवंतीपुर, बड़ोदिया
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शिक्षित और स्वावलंबी बनने से प्रत्येक मनुष्य अपना और अपने परिवार का पालन पोषण कर सकता है। युवा वर्ग को रोजगार आधारित शिक्षा पर ध्यान देना चाहिए। रोजगार मिलने पर भुखमरी की समस्या अपने आप ही खत्म हो जाएगी।
-महेंद्र सिंह गौतम, अवंतीपुर, बड़ोदिया
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उत्पादन बढ़ाया जाए
व्यापक स्तर पर खाद्य पदार्थों के उत्पादन को बढ़ावा दिया जाए। कमजोर वर्ग के लिए सामाजिक सुरक्षा योजनाओं का विस्तार हो, जिससे इस वर्ग की भूख मिटाई जा सके।
-नरेंद्र रलिया, जोधपुर
व्यापक स्तर पर खाद्य पदार्थों के उत्पादन को बढ़ावा दिया जाए। कमजोर वर्ग के लिए सामाजिक सुरक्षा योजनाओं का विस्तार हो, जिससे इस वर्ग की भूख मिटाई जा सके।
-नरेंद्र रलिया, जोधपुर